शिक्षक की गंदी हरकतों से परेशान होकर दो साल में 15 छात्राएं छोड़ चुकीं स्कूल

 मुरादनगर / गाजियाबाद। मुरादनगर ब्लाॅक के एक गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के जिस शिक्षक को सात छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में निलंबित किया गया है, वह दो साल से ऐसी शर्मनाक हरकतें कर रहा था। गांव की प्रधान का कहना है कि उसकी हरकतों से परेशान होकर पिछले साल आठ और इस साल सात छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया। दो साल पहले ही उसकी हरकतों की शिकायत प्रधानाध्यापक से की गई थी। इसके बावजूद उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।




इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में तब आए जब छेड़छाड़ की शिकार छात्राओं ने पहले स्कूल आना बंद किया और फिर एक ने अपने अभिभावकों को जानकारी दे दी। अभिभावकों ने स्कूल में आकर हंगामा किया। तब बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच के लिए पहुंचे। सात छात्राओं ने बयान दर्ज कराए। इसमें कहा कि उनके साथ शिक्षक काफी दिनों से छेड़छाड़ कर रहे थे। उन्हें धमकी दी गई थी कि अगर स्कूल की बात बात गई तो इसका अंजाम बुरा होगा। इसके बाद ही शिक्षक को निलंबित किया गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने बताया कि सात छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में जांच कमेटी का गठन किया गया है। इसमें खंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह और विश्वजीत राठी को शामिल किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी विश्वजीत राठी ने बताया कि वह जल्द ही जांच शुरू कर देंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।




एसीपी नरेश कुमार का कहना है कि इस मामले की जानकारी है लेकिन छात्राओं के परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। इसी वजह से केस दर्ज नहीं किया गया है। परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इंकार किया है। अगर तहरीर मिलती है तो निश्चित रूप से केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।


आरोप लगने के बाद भी मिली प्रोन्नति

ग्राम प्रधान ने बताया कि आरोपी शिक्षक छह साल से इसी स्कूल में है। इससे पहले क्षेत्र के दो गांवों में तैनात रह चुका है। वहां भी उस पर छेड़छाड़ के आरोप लगे थे। इन आरोपों के बाद ही उसका तबादला किया गया था लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। उसे सिर्फ मौखिक चेतावनी दी गई। इतना ही नहीं। इतने गंभीर आरोपों के बावजूद उसे प्रोन्नति दे दी गई।

शिकायत करने पर नाम

काटने की देते थे धमकी

छात्राओं ने खंड शिक्षा अधिकारी के सामने शिक्षक की करतूतों का चिट्ठा खोला है। सात छात्राओं ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। सभी का कहना है कि उनके साथ छेड़छाड़ की जा रही थी। आठवीं की छात्रा का बयान है, मेरे साथ छेड़छाड़ की गई। इसके बाद शिक्षक ने धमकी दी कि घर जाकर इस बारे में कुछ नहीं कहना है। अगर कुछ बताया तो स्कूल आने पर बुरी तरह पिटोगी। आठवीं की छात्रा की मां ने बताया, एक दिन बेटी ने कहा कि स्कूल नहीं जाउंगी। पूछने पर बोली, टीचर छेड़खानी करते हैं। धमकी देते हैं कि घर जाकर बताया तो स्कूल से नाम काट दिया जाएगा।

सातवीं की एक छात्रा ने बताया, टीचर ने अश्लील हरकत की। धमकी दी कि स्कूल की बात बाहर नहीं जाए। अगर बात बाहर गई तो बुरा होगा। इसकी शिकायत प्रधानाध्यापक से की। उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया।