नए आपराधिक कानून आज से, ब्रिटिश काल से चल रहे तीन कानून समाप्त हो जाएंगे, इन धाराओं की पहचान बदलेगी

  देशभर में सोमवार से तीन नए आपराधिक कानून लागू हो जाएंगे। इससे देश की आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव आएंगे और औपनिवेशिक काल के कानूनों का अंत हो जाएगा।



तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ब्रिटिश काल के कानून भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का स्थान लेंगे। इन कानूनों से एक आधुनिक न्याय प्रणाली स्थापित होगी, जिसमें जीरो एफआईआर, पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना, एसएमएस के जरिये समन भेजने जैसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम और सभी जघन्य अपराधों के वारदात स्थल की अनिवार्य वीडियोग्राफी जैसे प्रावधान लागू हो जाएंगे। इसके लिए दिल्ली में कई माह से पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक करीब 25 हजार पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।


शाह ने कहा, नए कानून न्याय को प्राथमिकता देंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नए कानून न्याय मुहैया कराने को प्राथमिकता देंगे, जबकि अंग्रेजों के समय के कानूनों में दंडनीय कार्रवाई को प्राथमिकता दी गई थी। इन कानूनों को भारतीयों ने, भारतीयों के लिए और भारतीय संसद द्वारा बनाया गया है। यह औपनिवेशिक काल के कानूनों का खात्मा करते हैं।


कानूनी शिकंजा कसा P11


● किसी बच्चे को खरीदना और बेचना जघन्य अपराध बनाया गया है।


● नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के लिए मृत्युदंड या उम्रकैद का प्रावधान जोड़ा गया है।


● दुष्कर्म पीड़िताओं का बयान महिला पुलिस अधिकारी अभिभावक या रिश्तेदार की मौजूदगी में दर्ज करेगी और मेडिकल रिपोर्ट सात दिन के भीतर देनी होगी।


● सभी तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराना अनिवार्य कर दिया गया है।


● संगठित अपराधों और आतंकवाद के कृत्यों को परिभाषित किया गया है। राजद्रोह की जगह देशद्रोह लाया गया है।


भारतीय न्याय संहिता


358 धाराएं हैं भारतीय न्याय संहिता में भारतीय दंड संहिता की 511 धाराओं के मुकाबले


प्रमुख बदलाव


भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के साक्ष्य अधिनियम की जगह लेने वाला है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक सबूतों को लेकर बड़े बदलाव किए गए हैं। अभी तक इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड की जानकारी एफिडेविट तक सीमित होती थी।


भारतीय साक्ष्य अधिनियम नए भारतीय साक्ष्य अधिनियम में 170 प्रावधान हैं। इससे पहले वाले कानून में 167 प्रावधान थे। नए कानून में 24 प्रावधान बदले हैं।


इन धाराओं की पहचान बदलेगी

जुर्म भारतीय भारतीय


दंड संहिता न्याय संहिता


देशद्रोह धारा 124 धारा 152


गैर-कानूनी सभा धारा 144 धारा 189


हत्या धारा 302 धारा 101


हत्या का प्रयास धारा 307 109


दुष्कर्म धारा 376 धारा 63


मानहानि धारा 399 धारा 356


ठगी धारा 420 धारा 316