सुल्तानपुर। स्नातक विधान परिषद सदस्य देवेंद्र सिंह समेत अन्य की शिकायतों पर शिक्षा निदेशक बेसिक ने सहायक निदेशक से स्थानांतरित बीएसए के मामले में साक्ष्य समेत बिंदुवार रिपोर्ट मांगी है। एमएलसी की शिकायत पर पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक क्षेत्र के एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा ने पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है।
आरोप लगाते हुए एमएलसी व जिलाध्यक्ष ने बेसिक शिक्षा मंत्री व प्रमुख सचिव से मिलकर बीएसए दीपिका चतुर्वेदी की जांच कराने की मांग की थी। इसके साथ ही शिक्षकों के उत्पीड़न का मामला उठाते हुए ट्रांसफर की भी मांग की थी। इस पर शासन के प्रमुख सचिव
इस पर शिक्षा निदेशक बेसिक ने 28 जून को सहायक शिक्षा निदेशक अयोध्या को पत्र भेजकर पूर्व बीएसए दीपिका चतुर्वेदी पर लगे आरोपों की बिंदुवार साक्ष्य समेत आख्या मांगी है। रिपोर्ट शासन की ओर से गठित समिति को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जांच संबंधी पत्र से शिक्षक के एक वर्ग को राहत मिल गई है।
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. आरए वर्मा ने बताया कि प्रकरण की शिकायत बेसिक शिक्षा मंत्री व प्रमुख सचिव से की गई थी। उनकी ओर से जांच कराई जा रही है। फिलहाल शासन ने उन्हें डायट रायबरेली स्थानांतरित कर दिया है।