जर्जर परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को न बिठाया जाए: डीएम

 शाहजहांपुर, कलेक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष में डीएम उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बीएसए ने बताया गया कि जनपद में कुल नामांकित दिव्यांग बच्चों की संख्या 4889 है। 1737 बच्चों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध है। 3096 दिव्यांग बच्चों के पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है।




 उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ देने के लिए बच्चों के पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र की उपलब्धता आवश्यक है। डीएम ने कहा कि समस्त विकास खण्डों में दो-दो स्थानों पर मेडिकल एसेसमेन्ट कैम्प 1 जुलाई से 31 अगस्त तक आयोजित कर दिव्यांग बच्चों की दिव्यांगता का मूल्यांकन कराते हुए दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किये जाएं। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि विकास खंडवार रोस्टर बनाकर कैंपों का आयोजन कर दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण बनवाया जाए।



 खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति सत प्रतिशत सुनिश्चित कराएं। सभी बच्चे जूता, मोजा सहित पूरी ड्रेस पहनकर विद्यालय आए। खंड शिक्षा अधिकारी अपने तैनाती मुख्यालय पर रहकर बच्चों के उपस्थिति के संबंध में मीटिंग करें। डीएम ने निर्देश दिए कि जर्जर विद्यालयों में बच्चों को न बिठाया जाए। इस अवसर पर सीडीओ डा. अपराजिता सिंह, सीएमओ डा. आरके गौतम, बीएसए सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।