स्कूलों में प्रतिदिन होगी अलग प्रार्थना, सुनाई जाएंगी कथाएं
संभल। बेसिक स्कूलों में बच्चों की बेहतर सेहत के लिए ध्यान और योग कराया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में सप्ताह के हर दिन अलग- अलग प्रार्थनाएं होंगी। वहीं शनिवार को बच्चे लघु कथा भी सुनेंगे। बच्चों की प्रतिभा निखारने और लड़का- लड़की के बीच असमानता खत्म करने के लिए यह कवायद की जा रही है।
महानिदेशालय स्कूल शिक्षा ने परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए एकेडमिक कैलेंडर को समुचित ढंग से लागू करने का निर्देश दिया है। इसके तहत स्कूलों में हर रोज सुबह होने वाली प्रार्थना के बाद 5 से 7 मिनट तक बच्चों को योग और ध्यान का अभ्यास भी कराया जाएगा। खास बात यह है कि प्रार्थनाएं रोज अलग अलग होंगी। प्रार्थना के बाद राष्ट्रगान कराया जाएगा। यही नहीं, स्कूल शुरू होने से पहले सुबह 20 मिनट में योग और ध्यान भी कराया जाएगा। बीएसए का कहना है कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के मकसद से ये गतिविधियां कराई जाएंगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि शैक्षणिक कैलेंडर का पूरा पालन न हो पाए तो अतिरिक्त कक्षाएं कराई जाएं। साथ ही, प्रत्येक शनिवार को प्रार्थना के बाद लड़का लड़की के बीच असमानता खत्म करने के लिए प्रेरणादायी लघुकथाएं, गीत या प्रेरक प्रसंग सुनाए जाएंगे। स्कूल के बाद ब्लॉक स्तर, जनपद, मंडल और राज्य स्तर पर भी खेलकूद प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। महापुरुषों के जन्म दिवस पर उनके जीवन और उनके योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। विद्यालय अवधि के बाद प्रत्येक शनिवार को शिक्षा चौपाल भी लगाई जाएगी।
इस दिन ये होंगी प्रार्थनाएं
■ सोमवार वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावें...
■ मंगलवार दया कर दान भक्ति का हमें परमात्मा देना...
■ बुधवार ऐ मालिक तेरे बंदे हम...।
■ बृहस्पतिवार सुबह-सवेरे तेरा नाम प्रभु...।
■ शुक्रवार हर देश में तू, हर भेष में तू...
शनिवार इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना...।