युवाओं व नौकरीपेशा को रियायत के आसार

 वित्तीय वर्ष 2023-24 के आम बजट से पहले सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करेंगी, जिसमें बीते वित्तीय वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था से जुड़े क्षेत्रों के प्रदर्शन का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद अगले दिन (मंगलवार) वित्तीय वर्ष 2024-25 का आम बजट पेश करेंगी।





इस बार बजट से लोगों को खासी उम्मीदे हैं। माना जा रहा है कि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के चलते बजट में युवा, मध्यवर्ग, किसान और नौकरीपेशा लोगों को राहत देने की कोशिश होगी।


आर्थिक सर्वेक्षण वह दस्तावेज है, जिसे बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है। इसमें बीते वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था ने कैसा प्रदर्शन किया, सरकार की नीतियों व विकास कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से बताया जाता है। सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी और विश्लेषण के साथ रोजगार, देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े, महंगाई और बजट घाटे के आंकड़ों को भी प्रदर्शित किया जाता है।


वित्त मंत्री रिकॉर्ड बनाएंगी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना लगातार सातवां बजट पेश करके इतिहास रचने वाली हैं। उन्होंने फरवरी 2019 से अब तक एक अंतरिम सहित लगातार छह पूर्ण बजट पेश किए हैं। यह लगातार सातवां बजट होगा। वे पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड से आगे निकल जाएंगी, जिन्होंने 1959 से 1964 के बीच लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था।