लखनऊ, । एल्डिको उद्यान में शिक्षक ने घर में काम करने वाली किशोरी (14) से दोस्तों के साथ सामूहिक दुराचार किया। सात दिन तक उसे घर में बंधक बनाकर यौन शोषण किया गया। विरोध करने पर आरोपितों ने किशोरी की बेरहमी से पिटाई की। फिर उसे मंगलवार को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती करा दिया जहां उसकी मौत हो गई। किशोरी के भाई ने बुधवार रात को पीजीआई कोतवाली में यह आरोप लगाते हुए दुराचार व हत्या करने की तहरीर दी। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही तो घर वालों ने कोतवाली पर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने बुधवार देर रात गैंगरेप व हत्या की एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया। उन्नाव में तैनात शिक्षक एक परिचित के जरिये किशोरी को घरेलू काम करने के लिये लेकर आया था।
आरोपी ने किशोरी के घर वालों को बताया कि उसकी तबियत खराब हो गई थी। मिर्गी आने से वह फर्श पर गिर पड़ी थी जिससे सिर में चोट लग गई थी। उसे सोमवार को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया था जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई।
घरेलू काम के लिए बुला कर लाया था...शव मिला किशोरी के उन्नाव औरास निवासी भाई के मुताबिक आरोपी शिक्षक सौरभ सिंह जिस प्राथमिक स्कूल में पढ़ता है, उसके सामने ही उनका परिवार झोपड़ी में रहता है। पांच साल पहले उसके पिता की मौत हो चुकी है। सौरभ आठ जुलाई को घरेलू काम के लिए बहन को लेकर गया था। 16 जुलाई को पता चला कि किशोरी लोकबंधु अस्पताल में भर्ती है। सौरभ ने बताया था कि उसकी तबियत खराब हो गई है। इससे ज्यादा पूछने पर वह गोलमोल जवाब देने लगा था। इस पर परिवार वाले उन्नाव से लखनऊ पहुंचे। अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। भाई के मुताबिक बहन के नाक और मुंह से खून बह रहा था। अस्पताल में जानकारी करने पर पता चला कि 15 जुलाई को शिक्षक ने किशोरी को अस्पताल में मिर्गी का दौरा पड़ने की बात कह कर भर्ती कराया था।
सिर में चोट लगने से मौत
बुधवार को किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। देर शात पता चला कि किशोरी के सिर में गहरी चोट लगी। जिससे उसकी मौत हो गई। दुराचार किए जाने के आरोपों के आधार पर स्लाइड बना कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है।
तबियत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया
किशोरी के भाई ने बुधवार रात पीजीआई कोतवाली में तहरीर दी। उसने आरोप लगाया कि शिक्षक शराब पीने का लती है। किशोरी को घर लाने के बाद शिक्षक ने चार दोस्तों के साथ शराब पी। इसके बाद किशोरी के साथ करीब एक हफ्ते तक गैंगरेप किया गया। हैवानियत की वजह से किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया दिया। भाई के मुताबिक अगर तबीयत ही खराब हुई थी तो शिक्षक ने 15 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद फोन क्यों नहीं किया था?
हंगामे के बाद दर्ज की एफआईआर,आरोपी हिरासत में
पीड़ित से पुलिस अफसरों ने कहा कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। इस पर परिवार वाले रिश्तेदारों के साथ रात में पीजीआई कोतवाली पर प्रदर्शन करने लगे। एसीपी कैंट पंकज कुमार ने अफसरों ने एफआईआर के आदेश दिये। किशोरी के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एक आरोपी हिरासत में है।
किशोरी के भाई ने शिक्षक और उसके दोस्तों पर गैंगरेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी। ब्रजेश चंद्र त्रिपाठी,इंस्पेक्टर पीजीआई