दर्जन बार आदेश, फिर भी बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति शेष


प्रयागराजः बेसिक शिक्षा परिषद
के शिक्षक-शिक्षिकाएं 15 वर्ष से पदोन्नति मिलने के इंतजार में हैं, लेकिन उनकी यह प्रतीक्षा खत्म नहीं हो रही है। अब 24 जुलाई को एक बार फिर बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी बीएसए को पत्र लिखकर शिक्षक/शिक्षिकाओं की अंतिम वरिष्ठता सूची मांगी है, लेकिन शिक्षक कह रहे हैं कि पदोन्नति मिल जाए, तब तो प्रयास के अर्थ हैं, वर्ना पत्रों के ढेर से लाभ नहीं मिलने वाला है। अगर पदोन्नति देने के लिए वर्ष 2023 से किए जा रहे प्रयास को ही देखें तो अब तक
दर्जन भर से ज्यादा बार आदेश दिए गए, लेकिन पदोन्नति मिलने का शिक्षकों का इंतजार खत्म नहीं हुआ।

वर्ष 2008 के बाद से बेसिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को पदोन्नति नहीं दी गई, जबकि कई बार मांग की गई। इधर, पदोन्नति की मांग को लेकर शिक्षकों के मुखर होने पर प्रक्रिया शुरू तो की गई, लेकिन पूरी नहीं हुई। वर्ष 2023 में 31 जनवरी को पदोन्नति दिए जाने के लिए वरिष्ठता

सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए, लेकिन बात पदोन्नति पूरी होने तक नहीं पहुंची। इस संबंध में 19 फरवरी 2023 को फिर पत्र जारी किया गया। इस तरह अलग-अलग तिथियों


में पत्र जारी करने का सिलसिला अब तक तक चल रहा है। अभी 24 जुलाई को जारी पत्र में परिषद सचिव ने पिछले पत्रों की जानकारी देते हुए सभी बीएसए से कहा है कि परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में पदोन्नति के संबंध में बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के पत्र का संज्ञान लें। यह भी बताया है कि 24 अप्रैल 2023 के पत्र के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों की वरिष्ठता सूची का प्रकाशन कर

आपत्ति मांगकर अंतिम रूप से प्रकाशित कराते हुए पदोन्नति की कार्यवाही नियमानुसार पूर्ण करने के आदेश दिए गए थे। जिलों ने निर्देश के क्रम में कार्यवाही निश्चित रूप से पूर्ण कर ली होगी। ऐसे में जिलों में तैयार अंतिम वरिष्ठता सूची विशेष वाहक के माध्यम से 27 जुलाई तक परिषद कार्यालय में उपलब्ध कराने का समय दिया गया। मामले पर उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि प्रदेश भर के शिक्षक 2008 के बाद से पदोन्नति मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस बार प्रक्रिया पूर्ण कराते हुए पदोन्नति दी जानी चाहिए, जिससे शिक्षकों को लाभ मिल सके।