ऑनलाइन हाजिरी के फरमान को शिक्षकों ने किया दरकिनार


बलरामपुर, 

परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी को लेकर सोमवार को शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने ऑफलाइन उपस्थित होकर विद्यालय में काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य के डिजिटाइजेशन उपस्थिति का पुरजोर विरोध किया। मामले को लेकर हिंदुस्तान ने कई स्कूलों की पड़ताल की तो शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक स्कूलों में शिक्षण कार्य तो किए लेकिन ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज कराई है।


शिक्षा क्षेत्र श्रीदतगंज के कंपोजिट स्कूल कालू बनकट में ऑनलाइन हाजिरी को लेकर शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध- प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में प्रधानाध्यापक दिलीप चौहान, अशोक कुमार गुप्ता, मृदुल पालीवाल, अख्तर सिद्दीकी, रामसागर व रामनाथ शामिल रहे। प्राथमिक विद्यालय अगया बुजुर्ग में भी प्रधानाध्यापक शिवपाल गुप्ता, सहायक अध्यापक नरेंद्र सिंह, अनुदेशक शेफाली चौहान एवं सविता सिंह ने आफलाइन शिक्षण कार्य करते हुए ऑनलाइन हाजिरी का विरोध किया। विद्यालय में हाथ पर काली पट्टी बांधकर सरकार से शिक्षकों की तार्किक मांगों एवं विद्यालय की भौतिक स्थिति को देखते हुए इसे अव्यवहारिक करार दिया है। प्राथमिक विद्यालय कन्या सहदेईया में शिक्षक सुबह से ही ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में रहे। उन्होंने शिक्षण कार्य ऑफलाइन करते हुए ऑफलाइन हाजिरी दर्ज कराई है। उन्होंने ऑनलाइन का पुरजोर विरोध करते हुए विद्यालय की भौतिक स्थिति को नज़रंदाज करने की बात कही है। प्राथमिक विद्यालय मन्नीपुरवा में सहायक अध्यापक पुष्पेंद्र कुमार सिंह, पूनम यादव, रामविलास वर्मा व राजकुमारी ने भी ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज कराई है। इसी तरह शिक्षा क्षेत्र तुलसीपुर के कंपोजिट विद्यालय कनहरा में भी प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में सहायक अध्यापक अमरजीत गुंजन शर्मा ने भी विरोध किया है। इन सभी का आरोप है कि ऑनलाइन हाजिरी के लिए शिक्षक विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन विद्यालयों की भौगोलिक स्थिति एवं संसाधनों की अनुपलब्धता ऑनलाइन हाजिरी के लिए उपयुक्त नहीं है। यह स्कूल तो मात्र बानगी हैं ऐसे ही जिले के प्रत्येक प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों के शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज कराई है।


ऑनलाइन हाजिरी को लेकर शिक्षक संघ हुए लामबंद

शासन के निर्देश पर 8 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों में डिजिटाइजेशन के तहत ऑनलाइन उपस्थित दर्ज करने का निर्देश दिया गया था जिसको लेकर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षक संगठनों ने भी पुरजोर विरोध किया है।

उत्तर प्रदेश विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन एवं जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के आह्वान पर जिले के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर ऑनलाइन हाजिरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। विशिष्ट बीटीसी संघ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष दिलीप चौहान ने बताया है कि 8 से 14 जुलाई तक प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी का विरोध करते हुए बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर दोनों संगठन के पदाधिकारी धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि संघ ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में अवगत करा रखा है कि शिक्षकों की नियोजित मांगों को प्रथम दृष्टि पर पूरा किया जाए। बेसिक के विद्यालयों की भौतिक स्थिति इस तरह से नहीं है जहां ऑनलाइन रहा जा सके। बहुत से विद्यालय जंगल एवं पहाड़ी इलाकों में स्थित हैं ऐसी जगह जाने के लिए दुर्गम रास्तों का सामना करना पड़ता है। मौजूदा समय में भीषण बारिश का प्रकोप जारी है। तराई क्षेत्र में नदी व नाले उफान पर हैं। रास्ते एवं संपर्क मार्ग पूरी तरह से कट चुके हैं। बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने के साथ-साथ नेटवर्क बाधित है। ऐसे में शिक्षकों से ऑनलाइन हाजिरी लेने का फरमान न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों की भौगोलिक स्थिति से अवगत होकर ही ऐसा निर्णय लेना चाहिए। यह निर्णय पूरी तरह से शिक्षकों के विपरीत है। कहा कि ऐसे निर्णय को वापस नहीं लिया गया तो प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर शिक्षक संघ, शिक्षामित्र व अनुदेशक प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

शिक्षक संघ ने सीएम को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा

सोमवार को देर शाम जिले के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने एकजुट होकर शासन के ऑनलाइन हाजिरी के निर्णय के विरोध में कलेक्ट्रेट में बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। साथ ही जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष विकास कांड पांडेय, यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन जिलाध्यक्ष देव कुमार मिश्रा, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष नवीन सिंह, आदर्श शिक्षक शिक्षामित्र संगठन जिलाध्यक्ष राकेश सिंह गुड्डू, आदर्श अनुदेशक संघ जिलाध्यक्ष अमित कश्यप सहित अन्य शैक्षिक संगठनों ने मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा है। ज्ञापन में मुख्य रूप से कहा है कि ऑनलाइन हाजिरी का शिक्षक संघ विरोध नहीं कर रहा है। लेकिन जिले की भौगोलिक स्थिति ऑनलाइन हाजिरी के अनुकूल नहीं है। आधे से अधिक स्कूल पहाड़ी एवं तराई क्षेत्र में संचालित हैं, जहां पर मौजूदा समय में बाढ़ का कहर जारी है। ऑनलाइन हाजिरी के लिए पहले शिक्षकों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान किए जाने व संसाधनों को उपलब्ध कराए जाने आदि समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है।