दो सौ स्कूलों के शिक्षक होंगे समायोजित, कार्यक्रम तैयार: समायोजन व स्थानांतरण के प्रमुख बिंदु

 

रामपुर। बच्चों की कम संख्या के बावजूद परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों की फौज कम होगी। इन शिक्षकों को उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। ऐसे स्कूलों का चिह्निकरण शुरू कर दिया गया है। माना जा रहा है कि दो सौ से अधिक स्कूलों के शिक्षक दूसरे स्कूलों में समायोजित होंगे।




जिले में 1589 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। जिले में तमाम ऐसे स्कूल हैं, जहां पर कम बच्चों के बाद भी स्कूलों में छह से 14 तक शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात हैं जबकि ऐसे सैकड़ों स्कूल हैं जहां शिक्षक कम हैं या फिर एकल हैं। इस असंतुलन से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसे संज्ञान में लेते हुए 26 जून को शासनादेश जारी किया गया था।



बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के अनुसार शिक्षकों के समायोजन के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया गया है। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। ऑफलाइन पर विचार नहीं किया जाएगा। अधिक व कम शिक्षक वाले स्कूलों को चिह्नित कर उनका ब्योरा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। समायोजन व स्थानांतरण की तारीख शासन द्वारा जल्द ही तय की जाएगी।


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नियमावली के तहत होगा समायोजन व स्थानांतरण


समायोजन के लिए गठित कमेटी में डीएम अध्यक्ष, सीडीओ उपाध्यक्ष, डायट के प्राचार्य व वित्त एवं लेखाधिकारी सदस्य होंगे। बीएसए को सचिव बनाया गया है। यह कमेटी निशुल्क एवं अनिवार्य वाल शिक्षा अधिनियम 2009 व 2011 की नियमावली के तहत समायोजन व स्थानांतरण करेगी।


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नए शिक्षकों में से भी होगा समायोजन

विभागीय सूत्रों के मुताबिक हाल ही में 351 शिक्षकों को स्कूल आवंटित किए गए हैं। इनको पुरानी छात्र संख्या के आधार पर स्कूल आवंटित किया गया था,लेकिन अब मार्च में छात्रों की उपस्थिति के आधार पर शिक्षकों का समायोजन होगा। इस आदेश के बाद हाल ही में तैनात शिक्षकों को अब दूसरे स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके तहत यह भी साफ रहेगा कि शिक्षकों के ब्लाक नहीं बदले जाएंगे।

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समायोजन व स्थानांतरण के प्रमुख बिंदु

-शिक्षकों को स्वेच्छा से 25 विद्यालयों का विकल्प दिया जाएगा।

- ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक ग्रामीण व नगर क्षेत्र के नगर में ही स्थानांतरित होंगे।

-अधिक शिक्षक वाले स्कूलों में कनिष्ठ शिक्षक को चिह्नित किया जाएगा।

-जिन स्कूलों में शिक्षक की जरूरत है, वहां से स्थानांतरण नहीं किया जाएगा।

-ऑफलाइन आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।