यूपी में दो दिन भारी बारिश के आसार

 

मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं जबकि नौ व दस जुलाई को प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटों के दरम्यान प्रदेश में सबसे अधिक 28 सेंटी बारिश बस्ती के हरैया में दर्ज की गई। श्रावस्ती में राप्ती नदी खतरे के निशान से 190 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। नेपाल के पहाड़ों का पानी आने से अचानक राप्ती का जलस्तर बढ़ गया और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से जौनपुर-गाजीपुर में दो-दो, बलिया में एक की जान गई जबकि मुरादाबाद में पशुशाला व मकान ध्वस्त होने से दो लोगों की मौत हो गई। सीतापुर में दीवार ढहने से एक की मौत हो गई


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में तेजी लाने व पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।



बिहार पांच नदियां लाल निशान के पार


पटना। नेपाल और बिहार में बारिश से उत्तर बिहार की नदियां पूरे उफान पर हैं। पांच नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। राज्य में पिछले 24 घंटों में औसत 23.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। 17 जिलों में शनिवार की सुबह से रविवार की सुबह तक झमाझम बारिश हुई है, जिससे कई गांवों में पानी घुस गया। सोमवार को चंपारण और आसपास के अलावा नेपाल से सटे जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।


उत्तराखंड जोशीमठ में पांच सौ तीर्थ यात्री रोके गए


ऋषिकेश। बदरीनाथ हाईवे बीते शनिवार तड़के ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच कई स्थानों पर बंद हो गया था। शिवपुरी, महादेव चट्टी, धौलधार में शनिवार शाम तक सड़क खुल गई थी, पर तोताघाटी में बंद रही। रविवार सुबह तोताघाटी में मलबा हटाकर बदरीनाथ हाईवे खोला गया। हालांकि, रविवार तड़के पांच बजे जोशीमठ से बदरीनाथ के बीच दो स्थानों पर हाईवे बंद हो गया। इस कारण जोशीमठ में लगभग पांच सौ तीर्थ यात्री रोके गए हैं।


असम बाढ़ से हाहाकार


असम के लगभग हर जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राज्य में 29 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। करीब 24 लाख लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं। इनमें से धुबरी में सबसे अधिक 7.95 लाख लोग प्रभावित हैं। कछार और दरांग जिले भी बाढ़ का कहर जारी है।


गोवा जलप्रपात में 80 फंसे, 50 को बचाया


गोवा के सत्तारी तालुका में पाली जलप्रपात में रविवार को भारी बारिश के कारण अचानक जलस्तर बढ़ जाने से 80 लोग फंस गए, इनमें से 50 लोगों को बचा लिया गया, जबकि 30 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।