बिजनौर/बरूकी। शिक्षकों को अब कक्षा शिक्षण के साथ ही वीडियो बनाने में भी पारंगत होना होगा। अब प्रत्येक शिक्षक को कक्षा में पढ़ाते हुए एक वीडियो बनाना होगा, जिसे जांच के लिए डायट पर भेजा जाएगा। उत्कृष्ट वीडियो को लखनऊ भेजा जाएगा। जबकि जिन शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका सामान्य होगा, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से जनपद बिजनौर समेत सभी जिलों को आदेश जारी किए गए हैं। आदेश में कहा कि सभी शिक्षक कक्षा में छात्र-छात्राओं को पढ़ाते हुए पांच-पांच मिनट का वीडियो बनाएंगे। प्रारंभिक में जनपद के परिषदीय स्कूलों के प्रत्येक शिक्षक शिक्षिकाओं को छात्रों को पढ़ाते हुए एक बार वीडियो बनाना है। इससे छात्रों को पढ़ाने में उत्कृष्ट एवं रोचक तरीकों का प्रयोग किया जाए।
शिक्षक ऐसे बनाएं पढ़ाने का वीडियो
शिक्षक वीडियो के शुरूआत में अपना तथा विद्यालय का नाम बताएंगे। इसके बाद संबंधित विषय एवं दक्षता की जानकारी देंगे। यह वीडियो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से हार्ड डिस्क में डायट प्राचार्य को भेजे जाएंगे। वहां पर इनकी जांच होगी। उत्कृष्ट वीडियो को एससीईआरटी लखनऊ भेजा जाएगा।
कार्यशाला तथा एक्सपोजर विजिट के लिए भेजे जाएंगे शिक्षक
इन वीडियो को बनाने वाले शिक्षकों को विभिन्न कार्यशालाओं तथा एक्सपोजर विजिट के लिए भेजा जाएगा। सामान्य वीडियो बनाने वाले शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
बिजनौर से भेजे गए 454 वीडियो
महानिदेशक ने ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले यह आदेश जारी किया था। छुट्टियां हो जाने के कारण जिले से मात्र 454 वीडियो ही डायट को भेजे गए। जबकि शिक्षकों की संख्या 7248 है। महानिदेशक ने फिर से पत्र जारी कर 10 जुलाई तक वीडियो बनाकर बीईओ तथा 15 जुलाई तक डायट प्राचार्य को भेजने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिका को भेजनी वीडियो
जिला समन्वयक विवेक बंसल ने कहा कि महानिदेशक के आदेश पर जनपद के सभी परिषदीय स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की अपनी कक्षा में छात्रों को पढ़ाते हुए वीडियो पांच मिनट का बनाकर भेजना है।