यूपी के 65 जिलों में बारिश का अलर्ट , 35 जिलों में भारी बारिश की आशंका

 

यूपी में पूरब से पश्चिम तक कई जिलों में बुधवार की सुबह से बारिश हो रही है। जहां अभी बारिश नहीं हो रही वहां भी हल्‍की से मध्‍यम बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जुलाई में प्रदेश के 65 जिलों में सामान्‍य से अधिक बारिश हो सकती है। अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी और बारिश हो सकती है। 




वाराणसी और आसपास के इलाकों के मौसम के बारे में एक अलग बात यह है कि वहां बादल अब तक मेहरबान नहीं हुए हैं। कहीं छिटपुट तो कहीं हल्की बारिश से सड़क-खेत भिगो रहे हैं। अच्छी और तेज बारिश न होने के पीछे बीएचयू में जियो फिजिक्स विभाग के अध्यक्ष प्रो. ज्ञानप्रकाश सिंह ने वायुमंडल में बने ‘हीट अंब्रेला’ को बड़ा कारण बताया है। वह ‘हीट अंब्रेला’ या गर्म छतरी बादलों को बरसने नहीं दे रही है। पिछले दिनों की तरह मंगलवार को भी घने बादलों की सुबह से देर शाम तक आवाजाही होती रही। कहीं-कहीं छींटे पड़े तो कहीं बूंदाबादी हुई। मौसम विभाग गत 30 जून से बनारस समेत पूर्वांचल में अच्छी तो कहीं-कहीं तेज बारिश का अलर्ट जारी कर रहा है लेकिन लोगों के दिन इंतजार में ही बीत रहे हैं।



इस संबंध में मौसम विज्ञानी प्रो. ज्ञानप्रकाश ने कहा कि इस बार गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। जून में करीब 10 दिन तक तापमान 45 डिग्री से अधिक रहा। मई में भी तीखी गर्मी पड़ी। वह गर्मी अब तक वायुमंडल से रिलीज नहीं हुई है। उसके रिलीज न होने के पीछे वायुमंडल में बनी कार्बन डाई ऑक्साइड की मोटी परत है। वह धरती की गर्मी को ऊपर नहीं जाने दे रही है। इस अवरोध को मौसम विज्ञानी ‘हीट अंब्रेला’ कहते हैं। इस अंब्रेला के चलते मानसूनी बादल बरस नहीं पा रहे हैं। वहीं, कहीं बारिश से बाढ़ की स्थिति बन जा रही है।


दिन-रात के तापमान में 4.7 डिग्री का अंतर

मंगलवार को दिन का तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री कम रहा। वहीं दिन और रात के तापमान में 4.7 डिग्री सेल्सियस का अंतर है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अगले एक-दो दिनों में तेज बारिश की संभावना है।



गोरखपुर में जुलाई में पूरी कर दी जून की कसर


वहीं गोरखपुर में बादलों ने जून की कसर जुलाई में पूरी कर दी है। आसमान में छाए बादल बरसने लगे हैं। मंगलवार को जिले में मध्यम दर्जे की बारिश हुई है। मंगलवार को 24 घंटे में करीब 56.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं रात को हुई झमाझम बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया। जहां गर्मी से व्याकुल लोगों को राहत मिली वहीं इस बारिश ने किसानों के चेहरे खिल उठे। यह इस सीजन में एक दिन में सर्वाधिक बारिश है।


बीते 24 घंटे में बादल जमकर बरसे। आलम यह है कि जून में हुई कुल बारिश से भी अधिक बरसात सिर्फ मंगलवार को हुई है। इसके कारण किसानों ने राहत की सांस ली है। खास बात यह है कि अगले 24 घंटे में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश का अनुमान जताया है। अगले चार दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। बुधवार को भारी बारिश हो सकती है। गुरुवार से लेकर शनिवार तक हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।



गिरा दिन और रात का पारा

मौसम में बदलाव का असर दिन और रात के तापमान पर भी दिखा है। बीते 24 घंटे में दिन के तापमान में सात डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में करीब दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है। इससे पहले सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस था। मंगलवार आसमान में बादल छाए रहे। ठंडी हवाएं चलीं। इस वजह से हवा में नमी बढ़ गई। अधिकतम आर्द्रता 100 फीसदी पर पहुंच गई। न्यूनतम आर्द्रता 88 फीसदी रही।


जून में बादलों ने तरसाया

पूर्वांचल में जून में बादलों का व्यवहार रुखा था। बादल आसमान में मौजूद जरूर रहे लेकिन बरसे नहीं। जून में नौ दिन तक आसमान में बादलों की मौजूदगी रही। प्री-मानसून और मानसून के सक्रियता के बावजूद जून में 52.3 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। जबकि जून में औसतन 185.5 मिलीमीटर (मिमी) बारिश होनी चाहिए। मौसम विभाग के मुताबिक जून में समान्यत औसत का 30 फीसदी ही बारिश हुई। ऐसे में जुलाई में मौसम विभाग ने झमाझम बारिश का अनुमान जताया है। जिससे जून में बादलों की बारिश की कमी के कोटे को पूरा हो सके।


बिखर गए बादल, आज फुहारें पड़ने की उम्मीद

कानपुर में मॉनसून तो सक्रिय है लेकिन रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। मंगलवार को शहर के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। लेकिन ज्यादातर इलाकों में सिर्फ बदली ही रही। दोपहर बाद हल्की धूप खिली। बादल और बारिश से तापमान में कमी बनी रही। रात के तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, हल्के से मध्यम बारिश सप्ताह के अंत तक बने रहने की संभावना है।


जून में 44.6 मिमी बारिश हुई थी। जुलाई के पहले दिन 85 मिमी बारिश हुई। मंगलवार को सुबह से बादलों की आवाजाही बनी रही। दोपहर तक घने बादल छा गए। कैंट क्षेत्र में हल्की बारिश भी हुई। कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। पर समान रूप से बारिश नहीं हुई। दोपहर बाद हल्की धूप भी खिल गई जिससे उमस बढ़ने लगी।


मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.8 और न्यूनतम 24.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। एयरफोर्स वेदर स्टेशन पर अधिकतम पारा 34.7 और न्यूनतम 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम और न्यूनतम पारा सामान्य से कम रहा। मई-जून में तापमान कई बार 45 से 48 के बीच चला गया था। पर अब प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को सीजन (जून-जुलाई) का सबसे कम पारा रहा।


बारिश न होने की एक वजह उत्तर पश्चिमी हवाओं का चलना भी रहा। इस कारण बादल ठिठक गए। नमी का अधिकतम प्रतिशत 98 और न्यूनतम 79 बना रहा। इस कारण उमस की स्थिति बन गई। उमस के कारण लोग पसीने से नहा गए। उमस भरी गर्मी बारिश के सीजन में साथ-साथ बनी रहेगी। सीएसए के मौसम विज्ञानी ने बताया, इस सप्ताह हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। गरज चमक के साथ तेज बारिश भी संभव है।


मौसम हल्की बारिश ने बढ़ा दी मेरठ की मुश्किल

वहीं मेरठ में मॉनसून की दस्तक के बावजूद अच्छी बारिश नहीं होने से मेरठ की मुश्किल बढ़ने लगी हैं। जुलाई के शुरुआती दो दिनों में केवल छुटपुट बारिश दर्ज की जा रही है। जून में सामान्य से कम बारिश के बीच जुलाई में मौसमी सिस्टम के सक्रिय नहीं होने से चिंता बढ़ाने लगी हैं। छह जुलाई तक यदि वेस्ट यूपी में व्यापक बारिश नहीं हुई तो फिर मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। छह जुलाई के बाद बारिश में कमी आ सकती है।


मंगलवार सुबह से दोपहर बाद तक रुक-रुककर हल्की बारिश हुई। यह बारिश शहर के कुछ हिस्सों में रिकॉर्ड हुई। मौसम विभाग के अनुसार सुबह 8.30 बजे तक मेरठ में 1.8 मिमी और शाम 5.30 बजे तक एक मिमी बारिश दर्ज हुई। दिन का तापमान 32.7 एवं रात का 26.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दिन के तापमान में 2.3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई जबकि रात में 0.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई।


इन जिलों में बारिश के आसार 


यूपी के करीब 65 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इनमें से 35 जिलों में भारी बारिश की आशंका है। आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। बारिश की संभावना वाले जिलों में गोरखपुर, देवरिया, बलिया, आजमगढ, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, सुलतानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत और बरेली शामिल हैं।