पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसे गारंटीड रिटर्न विकल्पों में निवेश से आपको 1 करोड़ रुपये से अधिक का सेवानिवृत्ति कोष बनाने में भी मदद मिल सकती है। और वह भी, भले ही आप 30 साल की उम्र में निवेश शुरू करें। चाहे आप पीपीएफ में 12,500 रुपये प्रति माह निवेश करें या सिर्फ 7500 रुपये, आप 1 करोड़ रुपये से अधिक का कोष बना सकते हैं। हालाँकि, एकमात्र शर्त यह है कि आपको अपने निवेश में स्थिर और नियमित रहना होगा।
हाँ, पीपीएफ में प्रति माह 12,500 रुपये का निवेश करके 1 करोड़ रुपये से अधिक का कोष बनाया जा सकता है। यह निश्चित रूप से संभव है, लेकिन इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना होगा:
निवेश अवधि:
1 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए, आपको कम से कम 25 साल तक पीपीएफ में निवेश करना होगा।
यदि आप 30 साल तक निवेश करते हैं, तो आप 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का कोष बना सकते हैं।
ब्याज दर:
वर्तमान में पीपीएफ पर 7.1% की ब्याज दर है।
ब्याज दरें बदलती रहती हैं, इसलिए भविष्य में 1 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपको थोड़ा अधिक निवेश करना पड़ सकता है।
चक्रवृद्धि ब्याज:
पीपीएफ में चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलता है, जिसके कारण आपका निवेश समय के साथ तेजी से बढ़ता है।
25 साल में, 12,500 रुपये प्रति माह का निवेश 70 लाख रुपये से अधिक हो जाएगा, और ब्याज 30 लाख रुपये से अधिक होगा।
अनुशासन:
1 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए, आपको हर महीने 12,500 रुपये का निवेश करना होगा।
यदि आप बीच में निवेश करना बंद कर देते हैं, तो आपका लक्ष्य प्राप्त करने में देरी होगी।
यहां कुछ अतिरिक्त टिप्पणियां दी गई हैं:
आप पीपीएफ में ऑनलाइन या बैंक शाखा के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।
आप अपने पीपीएफ खाते में सालाना 500 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।
आप 15 साल के बाद अपने पीपीएफ खाते से आंशिक निकासी कर सकते हैं।
पीपीएफ में जमा राशि पर आयकर छूट मिलती है।
निष्कर्ष:
पीपीएफ 1 करोड़ रुपये से अधिक का कोष बनाने के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है। यदि आप अनुशासित तरीके से निवेश करते हैं, तो आप निश्चित रूप से अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
यह भी ध्यान रखें:
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है।
निवेश करने से पहले आपको अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए।
बाजार जोखिम के अधीन है, और निवेश का मूल्य बढ़ या घट सकता है।
यह जानकारी आपको 1 करोड़ रुपये से अधिक का कोष बनाने में मदद कर सकती है।