कैसे हो DBT का कार्य पूर्ण ज़ब प्राथमिक विद्यालयों के 8.86 लाख बच्चों के नहीं बन सके आधार कार्ड


प्रयागराज। बेसिक शिक्षा के बच्चों को ड्रेस, जूता मोजा, स्टेशनरी आदि खरीदने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए 12-12 सौ रुपये दिए जाने हैं। अगले सप्ताह बच्चों के खाते में इसे भेजा जा सकता है। लेकिन अब तक सभी बच्चों के खाते आधार से लिंक नहीं हुए हैं। वहीं, प्रदेश भर के 8,86,010 बच्चों के आधार कार्ड ही नहीं बने हैं। जल्द से जल्द आधार कार्ड बनवाने के लिए बीआरसी केंद्रों पर मशीनें लगवाई गई हैं।



शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत आठवीं तक के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देनी। सभी बच्चों को किताबें प्रदेश सरकार की ओर से
मुहैया कराई जा रही हैं। इस बार कक्षा एक और दो का पाठ्यक्रम बदला है तो अब तक किताबें नहीं है। आसार है कि छुट्टी के बाद स्कूल खुलेंगे तो किताबों का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा ड्रेस, जूता- मोजा, स्टेशनरी आदि खरीदने के लिए प्रत्येक बच्चे को 12 सौ रुपये उनके खाते में भेजे जाएंगे। पहले यह सुविधा शिक्षकों के जरिए दी जाती थी तो उसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे। इसलिए अब वह व्यवस्था बंद कर दी गई है। बच्चों या उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि

भेजने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है। प्रदेश भर में 1,28,99,888 बच्चे पंजीकृत हैं। उसमें से 86,889 बच्चों के आधार वैरीफाइड नहीं हो पाए हैं। इसके अलावा 8,86,010 बच्चों के आधार कार्ड ही नहीं बने हैं। अब तक किसी भी जिले में सभी बच्चों के आधार कार्ड नहीं बन पाए हैं। प्रयागराज में 3,45,420 बच्चे पंजीकृत हैं और 17,006 बच्चों के
आधार कार्ड नहीं बने हैं।

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि पंजीकृत बच्चों का आधार कार्ड बनवाने का तेजी से चल रहा है। बीआरसी केंद्रों पर मशीनें लगाई गई है। आधार कार्ड बनने के बाद उसे खाते से लिंक किया जाएगा और फिर डीबीटी के जरिए धनराशि भेजी जाएगी।