प्रतापगढ़। जिले के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सबमर्सिबल पंप लगाए जाएंगे। कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिकता पर स्कूलों में सबमर्सिबल लगाने के लिए ग्राम प्रधानों और सचिवों से कहा गया है। कायाकल्प योजना को दूसरी बार लागू करने से बच्चों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी।
जिले के 2339 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं देने के लिए दोबारा से कायाकल्प योजना प्रारंभ की गई है। अधिकांश स्कूल ऐसे हैं, जहां के बच्चे हैंडपंप के पानी पर आश्रित हैं। भीषण गर्मी में जलस्तर खिसकने के कारण हैंडपंप खड़े हो गए हैं।
ऐसे में 25 जून से स्कूलों के खुलने पर बच्चों को प्यास बुझाना भारी पड़ सकता है। इसके साथ ही स्कूलों में रंगाई पुताई, श्यामपट्ट, आंतरिक वायरिंग और विद्युत संयोजन, शौचालय, यूरिनल, मल्टीपल हैंडवाश के लिए पानी की उपलब्धता बनाने के लिए सबमर्सिबल लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
डीपीआरओ आलोक कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी ग्राम प्रधानों और सचिवों को स्कूलों में पेयजल संकट को दूर करने के लिए सबमर्सिबल लगाने को कहा गया है। संवाद