कहीं स्कूल खुलना मुश्किल, कहीं अधिक शिक्षक


बाराबंकी। मानक के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में प्रति 30 बच्चों पर एक शिक्षक व जूनियर हाईस्कूल में प्रति 35 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती होनी चाहिए। जिले के 16 शिक्षा क्षेत्रों के 2626 परिषदीय विद्यालयों में करीब आठ हजार शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात है। इस हिसाब से जिले में 33 से 34 बच्चों पर एक शिक्षक का अनुपात आता है। इसके बावजूद जिले में किसी विद्यालय में मात्र एक शिक्षक तैनात है तो कहीं 10 से 14 शिक्षक तक ड्यूटी कर रहे हैं।



खासकर लखनऊ की सीमा से जुड़े व नजदीकी बंकी नगर, देवा, निंदूरा व त्रिवेदीगंज ब्लॉकों के तमाम स्कूलों में पद से अधिक शिक्षक तैनात हैं। विभागीय स्तर पर इन्हें सर प्लस शिक्षक की श्रेणी में रखा जाता है। पांच साल पहले जिले में 300 से अधिक सर प्लस शिक्षक मिले थे। इसके बाद से इसकी कोई जांच नहीं हुई है।
तबादला सीजन शुरू होते ही इन ब्लाक के स्कूलों में तैनाती पाने के लिए सिफारिशों का दौर शुरू हो जाता है।



एक शिक्षक के भरोसे स्कूल

पूरे डलई ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कस्बा इचौली समेत कई विद्यालयों में एक एक शिक्षक तैनात है। अगर वह शिक्षक भी अवकाश पर चला जाता है तो पठन पाठन पूरी तरह ठप हो जाता है। अभिभावक भी इससे परेशान रहते हैं।

अनुदेशक के भरोसे पढ़ाई

बनीकोडर ब्लॉक की ग्राम पंचायत जरौली में शिक्षक के किसी अन्य काम में व्यस्त होने पर अनुदेशक के भरोसे पढ़ाई हो जाती है। अक्सर स्कूल खुलना मुश्किल हो जाता है। जिला मुख्यालय से इस स्कूल की दूरी करीब 40 किमी है।


यहां एक विद्यालय में 14 शिक्षक
 देवा ब्लाक के मुरादाबाद स्थित कंपोजिट विद्यालय में 14 शिक्षक तैनात हैं। जो पद से अधिक हैं। इसमें से एक निलंबित है। यहां तैनाती पाने के लिए काफी जोर-तोड़ लगाना पड़ती है। अधिकारी भी पूरी बात जानते हैं लेकिन शिकायत बाद भी कुछ नहीं होता है।

जल्द ही होगी तैनाती, हो रहा सर्वे
एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में नई नियुक्ति पाने वाले 80 शिक्षकों को तैनात किया जाएगा। इसका सर्वे हो रहा है। जहां सरप्लस शिक्षक है उसका ब्योरा भी शासन को भेज दिया गया है। अब तैनाती में कोई भी मनमानी नहीं चलेगी।
- संतोष देव पांडेय, बीएसए