उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत होने वाली प्रोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शासन के निर्देश पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के लिए गठित होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी (मूल्यांकन समिति) के सदस्य नामित कर दिए हैं। ये सदस्य स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में हिस्सा लेकर प्रोन्नति प्रक्रिया संपन्न कराएंगे।
महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत शिक्षकों की स्टेज एक से क्रमश: स्टेज दो, तीन, चार व पांच एवं सातवें वेतनमान के मैट्रिक लेवल में प्रोन्नति के लिए चयन समिति की बैठकें होनी हैं। इन बैठकों में उच्च शिक्षा निदेशालय के प्रतिनिधि के रूप में एक सदस्य नामित किए जाते हैं। निदेशालय में पूर्व में जारी सूची को संशोधित करते हुए नामित सदस्यों की नई सूची जारी कर दी है। पूर्व की सूची के कई सदस्य या तो सेवानिवृत्त हो गए थे या स्थानान्तरित हो गए थे, जिससे चयन समिति की बैठकें नहीं हो पा रही थीं। यही चयन समिति ही स्क्रीनिंग कमेटी के रूप में काम करती है। चयन समिति की सिफारिशों के आधार पर प्रोन्नति आदेश जारी किए जाते हैं।
उच्च शिक्षा निदेशक ने स्क्रीनिंग कमेटी में सभी जिलों के लिए अलग-अलग सदस्य नामित किए हैं। इनमें निदेशालय के अधिकारियों के अलावा विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक भी शामिल हैं। नेता जी सुभाष चंद्र बोस राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज लखनऊ की डॉ. अनुराधा तिवारी, महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय लखनऊ की डॉ. सुमन गुप्ता व राजकीय महाविद्यालय राजाजीपुरम लखनऊ के डॉ. आरपी वर्मा को लखनऊ जनपद आवंटित किया गया है। उच्च शिक्षा निदेशालय की संयुक्त निदेशक डॉ. अर्पणा मिश्रा को कानपुर नगर, कानपुर देहात व प्रयागराज जनपद आवंटित किया गया है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी लखनऊ को बाराबंकी जनपद आवंटित किया गया है जबकि राजकीय महाविद्यालय हरख बाराबंकी की डॉ. गीता मेहरा व डॉ. राजेश कुमार चतुर्वेदी को गोंडा व अयोध्या जनपद आवंटित किया गया है।