उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 के मुकाबले इस लोकसभा चुनाव में 15 लाख 2 हजार 385 अधिक मतदाताओं ने वोट दिया। इस चुनाव में पिछले चुनाव की तुलना में 2.19 प्रतिशत कम वोट पड़े। लेकिन, दिलचस्प तथ्य यह है कि ट्रांसजेंडरों के मत प्रतिशत में 7.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रेस कांफ्रेंस में ये आंकड़े जारी किए। वर्ष 2019 के मुकाबले 2024 में 2 लाख 4 हजार 284 पुरुषों और 12 लाख 97 हजार 638 महिलाओं ने अधिक मतदान किया। वहीं ट्रांसजेंडरों की संख्या में यह वृद्धि 463 रही। यूपी में वर्ष 2019 में 7775 ट्रांसजेंडर मतदाता दर्ज थे, जोकि इस बार घटकर 6628 रह गए। यानी, ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 1147 कम होने के बावजूद उनका मत प्रतिशत बढ़ा।
159640 लोगों ने पोस्टल बैलट से दिया वोट
रिणवा ने बताया कि यूपी में लोकसभा चुनाव में 159640 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट से वोट दिया। इनमें 30647 मतदाता 85 वर्ष से अधिक, दिव्यांग और आवश्यक सेवाओं के लिए बनाई गई ''एब्सेंटी'' श्रेणी के थे। जबकि 128993 चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी थे। इसके अलावा 299471 सर्विस मतदाता है, जोकि आर्म्ड फोर्स से संबंधित होते हैं। इनमें से 114549 पोस्टल बैलट (ईटीपीबीएस) वापस आ गए हैं। इस श्रेणी के जितने बैलट 4 जून की सुबह 8 बजे तक वापस आएंगे, उन्हें स्वीकार किया जाएगा।
3-4 बजे तक साफ हो जाएगी हार-जीत की तस्वीर
नवदीप रिणवा ने बताया कि पोस्टल बैलट और ईवीएम से मतों की गिनती 3-4 बजे तक पूरी हो जाएगी। लेकिन, उसके बाद हर विधानसभा क्षेत्र में 5 मतदेय स्थलों के वीवीपैट स्लिप की गिनती भी होगी। इसलिए आधिकारिक रूप से परिणाम घोषित करने में थोड़ी देरी होगी।