प्रयागराज। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में हुई वित्तीय अनियमितता में शामिल अफसरों ने पैसा मंगाने के लिए दो कर्मचारियों के खातों का इस्तेमाल किया है। इसके बाद दोनों कर्मचारी पैसा निकालकर अफसरों को सौंप देते थे। जांच के दायरे में इन बिंदुओं को भी शामिल किया गया है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित जिले की चार राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में बड़े स्तर पर वित्तीय अनियमितता की गई है। जांच में पाया गया है कि खाना से लेकर स्टेशनरी, मेज-कुर्सी की खरीद समेत हर स्तर पर गड़बडी की गई। इस मामले में एसआईटी की ओर से तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी तथा चारों संस्था प्रमुखों के अलावा पटल
सहायकों के खिलाफ एफआईआर लिखाई गई है।
खास यह कि इसका पैसा मंगाने के लिए अफसरों ने दो कर्मचारियों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया है। इनमें से एक कर्मचारी का तो निधन हो गया है। परिवार वालों ने हलफनामा दिया है कि कर्मचारी के खाते में जबरदस्ती पैसा मंगाया जाता था। फिर वह पैसा निकालकर अफसरों को दे देते थे।
वहीं संविदा पर तैनात एक अन्य कर्मचारी के खाते में भी पैसा मंगाया जाता था। वह एक अन्य कर्मचारी के खाते में पैसा ट्रांसफर करता था या फिर कैश देता था। जांच में यह भी पाया गया है कि एक अधिकारी के चहेते संविदा पर तैनात कर्मचारी के खाते से एक अफसर के एकाउंट में भी पैसा ट्रांसफर किया गया है। एसआईटी ने इसकी भी जांच शुरू कर दी है।