आगरा । परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों का रोष बढ़ रहा है। शुक्रवार को राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ के पदाधिकारी कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन एसीएम तृतीय अभय सिंह को सौंपा। शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस को अव्यवहारिक बताया। कहना था कि इसके विरोध में 10 जुलाई को जनपद के शिक्षक प्रदर्शन करेंगे।
यहां वक्ताओं ने बताया कि ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था शिक्षकों के लिए रोड रोलर का काम करेगी। इस व्यवस्था की सबसे बड़ी खामी है कि हाजिरी का समय विद्यालय समय से पूर्व केवल 15 मिनट का समय है। यदि अध्यापक एक मिनट की देरी से. पहुंचता है तो उसे गैर हाज़िर माना जाएगा। चाहे वो दिनभर विद्यालय में अध्यापन कार्य करे, उसे अनुपस्थित ही माना जाएगा। जिलाध्यक्ष कीर्तिपाल ने बताया कि इस व्यवस्था से शिक्षकों का शोषण होगा। मुकेश डागुर ने बताया 'कि इस व्यवस्था को शिक्षकों पर गैर जरूरी मानिसक दबाव बनाने की नीयत से लाया गया है। कोई व्यवस्था इतनी कठोर नहीं होनी चाहिए कि उसमें त्रुटि सुधार की गुंजाइश न हो। ये व्यवस्था शिक्षा और शिक्षकों के हित में नहीं है। इस मौके पर दिग्विजय पचौरी, देवेंद्र, श्याम सुंदर भाटिया, भीम सिंह चाहर, चंद्रप्रकाश सोलंकी, उदयभान, रामप्रकाश चाहर, मनीष चौधरी आदि दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।