एक चौथाई ने ही देखी पीसीएस जे की कॉपी, मेंस की कॉपी में हैंडराइटिंग बदलने के आरोप का मामला

 

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस जे 2022 मुख्य परीक्षा की कॉपी दिखाने के लिए गुरुवार को पहले दिन परीक्षा में शामिल 100 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। इसमें एक चौथाई यानी 25 अभ्यर्थी ही कॉपी देखने के लिए पहुंचे। इन्हें चार सत्रों में कॉपी दिखाई गई। कॉपी देखने वालों की संख्या कम होने पर प्रतियोगी छात्रों ने तर्क दिया कि 23 जून को राजस्थान आयोग की ओर से पीसीएस-जे की प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में छात्र तैयारी में जुटे हैं। कॉपियों के अवलोकन के बाद अभ्यर्थियों ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई। जो अभ्यर्थी पहले दिन कॉपियां देखने नहीं आए, उन्हें दोबारा मौका नहीं मिलेगा। प्रत्येक अभ्यर्थी को कॉपी देखने के लिए अधिकतम 30 मिनट का वक्त आयोग ने दिया।


कॉपियों के अवलोकन के लिए अभ्यर्थियों को चार सत्रों में सुबह 10.30, 11.30, अपराह्न 2.30 और 3.30 बजे बुलाया गया था। इसके लिए 20 जून से 31 जुलाई तक का समय निर्धारित किया गया है। कुल 31 दिनों में 3019 अभ्यर्थियों को कॉपियां दिखाई जाएंगी। गुरुवार को कॉपियां देखने के लिए आयोग पहुंचे अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज कराने का मौका भी दिया गया। लेकिन किसी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आई। अभ्यर्थी कॉपियों पर मिले अंकों से संतुष्ट दिखे। उन्होंने पूर्व में आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किए गए प्राप्तांक एवं कॉपियों में दर्ज अंकों का मिलान भी किया।

एक विषय के लिए मिले महज पांच मिनट


छह विषयों की कॉपियां देखने के लिए निर्धारित अधिकतम 30 मिनट के वक्त को अभ्यर्थियों ने कम बताया। इनका कहना है कि एक विषय की कॉपी देखने के लिए उन्हें महज पांच मिनट का समय ही मिल सका। ऐसे में वे कॉपियों को सरसरी नजर से ही देख पाए। अभ्यर्थियों ने कॉपियों के अवलोकन का समय बढ़ाने की मांग की है।