यूपी में शिक्षकाें की अब नहीं चलेगी मनमानी, आ गया ये नया नियम; स्कूल खुलते ही जारी हो जाएगा आदेश


मऊ। परिषदीय विद्यालयों में अब शिक्षकों की मनमानी नहीं चल पाएगाी। अब उन्हें आनलाइन उपस्थिति दर्ज करानी होगी। इसके लिए शासन की तरफ से प्रथम चरण में 2000 शिक्षकों को सिम देने की कवायद चल रही है। इसके लिए एयरटेल कंपनी से करार किया गया है। यह कंपनी हर माह शिक्षकों के सिम काे रिचार्ज करेगी।








एक सिमकार्ड पर प्रतिमाह 75 जीटी डाटा व काल निश्शुल्क प्रदान किया जाएगा। इसके लिए विभाग संबंधित कंपनी को भुगतान करता रहेगा। दो माह के लिए धनराशि शासन की तरफ से भेज दी गई है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद विद्यालय खुलने पर शिक्षकों को आनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी पड़ेगी। 




विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति के लिए दिए जाएंगे सिम

जनपद में कुल 1208 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 761 प्राथमिक विद्यालय, 158 उच्च प्राथमिक विद्यालय व 289 कंपोजिट विद्यालय हैं। पिछले सत्र 2023-24 में कुल 147147 बच्चों का नामांकन हुआ था। इस वर्ष 153912 छात्रों का नामांकन किया गया है। 15 जून के बाद जनपद के सभी परिषदीय विद्यालय खुल रहे हैं।




विद्यालयों में आनलाइन उपस्थिति के लिए शासन से एक सप्ताह के अंदर सिम वितरित करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके लिए महीनों पूर्व शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए गए हैं, लेकिन सिम न उपलब्ध होने के कारण उपयोग नहीं हो पा रहा है। एमडीएम रजिस्टर समेत 12 रजिस्टर ऑनलाइन नहीं हो पा रहे हैं। ज्यादातर स्कूलों को दो-दो व कुछ को एक टैबलेट दिया गया है। इससे शिक्षक यह कार्य कर सकें।




इंटरनेट की सुविधा के लिए भेजी गई धनराशि

विभाग इंटरनेट की सुविधा के लिए 200 रुपये प्रति टैबलेट के अनुसार स्कूलों को धनराशि भी भेज चुका है। अब ग्रीष्मावकाश के उपरांत विद्यालय खुलने पर सभी विद्यालयों के रजिस्टर शत-प्रतिशत डिजिटल रजिस्टर में परिवर्तित होने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।




शासन का निर्देश है कि सिम कार्ड क्रय किए जाने की सभी प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाए। इसकी सूचना ग्रुप पर भी शेयर की जाए तथा सभी शिक्षकों को सिम कार्ड तत्काल हस्तगत करा दिया जाए।




मऊ बीएसए संतोष कुमार उपाध्याय के अनुसार, ग्रीष्मावकाश के बाद सभी शिक्षकों को आनलाइन हाजिरी देनी है। ऐसे में जल्द ही सभी शिक्षकों को सिम प्रदान कर दिया जाएगा। एयरटेल कंपनी से करार हो गया है। यह 75 जीबी डाटा हर माह शिक्षकों को देगी।