इतिहास के संक्षिप्त करने पर ऐतराज
अयोध्या। एनसीईआरटी के 12 वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान की पुस्तक के पाठ्यक्रम में हुए नये बदलाव के अलावा रामजन्मभूमि विवाद के इतिहास को संक्षिप्त करने पर विवाद शुरू हो गया है। श्रीरामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने एतराज जताते हुए कहा कि यह बदलाव अधूरा है। उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण पांच सौ सालों के संघर्ष का परिणाम है। आंदोलन में 22/23 दिसम्बर 1949 को रामलला का प्रकटीकरण हुआ था। चार पेज के इतिहास को दो पेज में करके 1949 की घटनाओं को हटाना अनुचित है।