गणित और भाषा में दक्ष 80% छात्रों वाले स्कूल बनेंगे निपुण


लखनऊ, जिन स्कूलों में न्यूनतम 80 प्रतिशत छात्र गणित व भाषा में दक्ष पाये जायेंगे उन्हीं स्कूल को निपुण स्कूल घोषित किया जाएगा। सरकार इस साल अक्टूबर व दिसंबर तथा अगले वर्ष फरवरी में स्कूलों का मूल्यांकन करायेगा। इस संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि अब लक्ष्य के अनुसार नए सिरे से मूल्यांकन की तैयारियां की जाए।


विदित हो कि प्राइमरी स्कूलों के विद्यार्थियों को गणित व भाषा में दक्ष बनाने के लिए निपुण भारत मिशन चलाया जा रहा है। अभी तक प्री-नर्सरी से कक्षा तीन तक यह मिशन चल रहा था लेकिन अब इसे कक्षा दो तक ही चलाया जाएगा। नई गाइडलाइन जारी होने के बाद अब विद्यालयों में तैयारियां शुरू हो गईं हैं। निर्देश में यह भी कहा गया है कि राज्य स्तरीय टास्क फोर्स के साथ डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) कोर्स के प्रशिक्षुओं की मदद से बेहतर ढंग से विद्यार्थियों का छात्रों किया जाए।

संकुल प्रभारी शिक्षक अपने-अपने विद्यालय सबसे पहले निपुण बनाएंगे। ऐसे विद्यार्थी जो भाषा व गणित में कमजोर हैं, उन्हें चिह्नित किया जाए और उन्हें अलग से अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पढ़ाई कराई जाए। सभी विद्यार्थी भाषा व गणित में दक्ष हों इसकी पूरी कोशिश की जाए। प्रधानाध्यापक अपने स्कूल को निपुण विद्यालय बनाने का पूरा प्रयास करे। किसी भी कीमत पर इस कार्य में लापरवाही न बरती जाए। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी समय-समय पर टीमें गठित कर निपुण मिशन की समीक्षा करें।