उरई, चुनाव में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने से हुए व्यवधान पर अब ऐसे कार्मिकों के ऊपर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। डीएम ने विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं की अनुपस्थित रहे कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाकर इस बारे में अवगत कराया जाए। सभी विभागों को अनुपस्थित कार्मिकों की सूची भेज दी गई है।
चुनाव के दौरान हजारों की संख्या में मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें से अलग अलग विभागों के 72 कार्मिक ऐसे हैं जो या तो लगातार अनुपस्थित रहे या फिर उपस्थित होने के बाद नदारत हो गए। पहले ही जिला प्रशासन द्वारा हिदायत दी गई थी कि निर्वाचन कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसमें हीलाहवाली किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पोलिंग पार्टी रवानगी के दौरान माइक से कई बार इनके नाम पुकारे गए लेकिन उक्त लोग उपस्थित नहीं हुए। मतदान प्रक्रिया के दौरान संबंधित कार्मिकों के अनुपस्थित रहने से चुनाव प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न हुआ। इसको जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
अनुपस्थिति रहे कार्मिकों में सबसे ज्यादा 36 कर्मचारी बेसिक शिक्षा विभाग के हैं। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक के सात,स्वास्थ्य विभाग के चार,पंचायती राज विभाग के चार,डीडी कृषि प्रसार के तीन,संयुक्त निदेशक अभियोजन का एक,ओडीए का एक,पीडब्लयूडी प्रांतीय खंड का एक, बेतवा नहर प्रथम का एक, खाद्य विपणन विभाग का एक,समाज कल्याण विभाग का एक एवं अन्य विभागों के कर्मचारी भी इसमें शामिल हैं। इस मामले को गंभीरता से देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने सभी विभागाध्यक्षों को पत्र जारी का निर्देश दिए हैं कि अनुपस्थित रहे अपने-अपने विभागों के कर्मचारियों के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाए और उसके बारे में अवगत कराया जाए।सीडीओ डॉ शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि अनुपस्थित कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई शीघ्र होगी।