बेसिक स्कूलों में विद्यार्थी घटे, एक विद्यालय में 50 से भी कम बच्चे

 बदायूं। बेसिक शिक्षा परिषद लाखों रुपये खर्च कर रही है पर विद्यालयों में नामांकन की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है। हालात यह है कि जिले में कुल 140 विद्यालयों में 50 से कम विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। जिन विद्यालयों में बच्चे 50 से कम हैं, उसमें 124 प्राथमिक और 16 उच्च प्राथमिक हैं।


नए शैक्षिक सत्र के साथ ही स्कूल चलो अभियान को शुरू किया गया था। खंड शिक्षा अधिकारियाें, प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशकाें ने छात्र-छात्राओं के साथ रैलियां निकालीं। स्कूलों में ग्राम शिक्षा समिति की बैठकें हुईं। सर्वे अभियान चलाकर आउट ऑफ स्कूल बच्चों का स्कूलों में नामांकन कराया गया।




बावजूद इसके जिले में 140 परिषदीय स्कूल ऐसे सामने आए हैं। जहां पर 50 से कम छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। ऐसे में स्पष्ट है कि शिक्षा अधिकारियों के प्रयास सफल नहीं हो सके। अब इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। पहला सवाल छात्र संख्या बढ़ाने में असफलता क्यों मिली। अगर, असफलता मिल रही थी तो बड़े अधिकारियों को समय रहते अवगत क्यों नहीं कराया।

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियाें से जवाब तलब किया है। 20 जून तक इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट न देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


-जिले में कुछ ऐसे स्कूल हैं। जहां पर छात्र-छात्राओं की संख्या 50 से कम है। इसको लेकर सभी बीईओ से जवाब मांगा है। इसकी वजह क्या रही है। विद्यार्थी संख्या कम होने का कारण तलाश कर उसका निराकरण कराएंगे। फिलहाल बीईओ की रिपोर्ट का इंतजार है।

-स्वाती भारती, बीएसए