हाईस्कूल में हिंदी संग पढ़ना होगा देश की 19 भाषाओं में से तीन को


प्रतापगढ़। अगले सत्र से यूपी बोर्ड

हाईस्कूल के विद्यार्थियों को 10 विषय पढ़ाने की तैयारी चल रही है। विषयों का खाका यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। हाईस्कूल में हिंदी के साथ देश की 19 भाषाओं में से दो भाषा पढ़नी जरूरी है। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ई मेल upmsp- ncf2023@gmail.com पर 29 जून तक लोगों से सुझाव मांगे हैं। आए हुए सुझावों पर विचार करने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक सरदार सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति
2020 के क्रम में केंद्र सरकार से जारी नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ)-2023 के तहत हाईस्कूल (कक्षा नौ और 10) के पाठ्यचर्या में संशोधन किया है।

हाईस्कूल में छह विषय अनिवार्य रूप से पढ़ाए जा रहे हैं। अब उनकी जगह 10 विषय कर दिए जाएंगे। सभी को तीन भाषाएं पढ़नी होगी। इनमें हिंदी तो सबके लिए अनिवार्य है। इसके अलावा संस्कृत, अंग्रेजी या देश की 19 भाषाओं में से किसी एक को ले सकते हैं। चौथा विषय गणित सभी के लिए अनिवार्य होगा। ऐसे ही
विज्ञान, सामाजिक विज्ञान भी अनिवार्य होगा।


आंतरिक मूल्यांकन के होंगे 20 अंक

नए पाठ्यचर्या के हिसाब से अब तक हाईस्कूल का अंकपत्र 600 अंकों का होता था यह अब 1000 अंकों का होगा। इसमें प्रत्येक विषय 100 अंक होगा। उसमें से 80 अंक की लिखित परीक्षा होगी और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेगा।

लागू होगा ग्रेडिंग सिस्टम

डीआईओएस ने बताया कि पाठ्यचर्या में बदलाव के साथ ही ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। अंकपत्र में अंकों के सामने ग्रेड भी लिखा रहेगा। उन्होंने बताया कि 91 से अधिक अंक पाने वाले ए-1 ग्रेड में उत्तीर्ण होंगे। 81 से 90 अंक तक ए-2, 71 से 80 अंक तक बी-1, 61 से 70 अंक तक बी-2, 51 से 60 अंक तक सी-1, 41 से 50 अंक तक सी-2, 33 से 40 अंक तक डी ग्रेड माने जाएंगे। वहीं 32 अंक से कम अंक प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को डी ग्रेड दिया जाएगा।