झांसी। बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष रसकेंद्र गौतम के नेतृत्व में लेखा कार्यालय में लेखा अधिकारी से मिलकर फार्म 16 व लेखा पर्ची देने की मांग की, बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को फार्म 16 व जीपीएफ का विवरण नहीं मिल रहा है। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक कार्यालय से अध्यापकों के वेतन से भविष्य निधि खाते में रुपये जमा कराने को कटौती की जा रही है। अब तक खाते में कितना धन जमा हुआ। इसका विवरण यानी लेखा पर्ची देने में आनाकानी हो रही है।
वही फार्म 16 अब तक नही मिले है, फॉर्म 16 एक टीडीएस प्रमाणपत्र है जो नियोक्ताओं द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किया जाता है। यह भुगतान की गई वेतन आय, वेतन पर टीडीएस के लिए एक कर्मचारी द्वारा चुनी गई कर व्यवस्था, वित्तीय वर्ष के दौरान वेतन आय के खिलाफ काटा और जमा किया गया कुल कर और कर्मचारी द्वारा दावा की गई योग्य कटौती का विवरण दिखाता है। परिषदीय स्कूलों के लगभग 4 हजार से अधिक अध्यापक पुरानी पेंशन योजना का लाभ पा रहे हैं, इनके वेतन से जीपीएफ की कटौती की जाती है। प्रति वर्ष वित्तीय वर्ष के समापन पर शिक्षक को लेखा पर्ची देना चाहिए। इससे अध्यापकों को वेतन से की गई कटौती व भविष्य निधि खाते में जमा रुपये की जानकारी मिल सके। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग में व्यवस्था बेपटरी है और मनमाने ढंग कार्य किया जा रहा है। जीपीएफ की कटौती की जा रही है लेकिन, हिसाब देने में दिलचस्पी नहीं है। इससे शिक्षक परेशान हैं और गड़बड़ी की आशंका बन रही है। लेखा अधिकारी ने कल से फार्म 16 वितरण की बात की।
प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष रसकेंद्र गौतम, महेश साहू, प्रदीप कुशवाहा, दीपक सोनी, अवधेश कुमार, अश्वनी राय, अश्वनी नामदेव, अनिल साहू, मिथुन कुमार, अमित शर्मा, रोहित निरंजन आदि उपस्थित रहे।