उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्से को अभी कम से कम तीन से चार दिन और तपती गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने पंजाब और हरियाणा समेत 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भीषण लू का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को भी देश के उत्तरी हिस्सा भीषण गर्मी की चपेट में रहा और तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि चार दिन बाद मौसम में बदलाव होने का अनुमान है, जिसके बाद कुछ इलाकों में हल्की बारिश होगी और तपती गर्मी से राहत मिलेगी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के निचले और मैदानी क्षेत्रों में अगले चार दिन तक लू चलने की चेतावनी जारी की है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान और उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में भी भीषण गर्मी पड़ेगी और तेज गर्म हवाएं चलेंगी। इस दौरान बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में रहने वाले लोगों को भी झुलसा देने वाली गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
आईएमडी के मुताबिक, अगले दो दिन में पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा और उसके बाद 2-3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। वहीं, मध्य भारत में अगले चार से पांच दिनों तक तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा और उसके बाद तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। बीते 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सबसे अधिक 46.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। रात के समय भी पारा चढ़ा रहा और ज्यादातर इलाकों में तेज गर्मी महसूस की गई।
विज्ञापन
फाजिल्का में पारा 47 के पार
पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर में शनिवार को पारा 47.1 डिग्री पर पहुंच गया। पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री दर्ज किया गया। पंजाब के गुरदासपुर में भी अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री रहा। राज्य के ज्यादातर शहरों जैसे अमृतसर, लुधियाना, पटियाला और पठानकोट में तापमान 44-45 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। वहीं, हरियाणा के नूंह में सबसे अधिक 46.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। हिसार, अंबाला, करनाल, गुरुग्राम और फरीदाबाद भी भीषण गर्मी की चपेट में रहे और पारा 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
मध्य और दक्षिण भारत में गरज के साथ बारिश की संभावना
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी तट पर तेज पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इसके प्रभाव में अगले पांच दिनों तक कोंकण और गोवा में गरज के साथ व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है। मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में छिटपुट वर्षा हो सकती है। इस दौरान कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं। रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के निचले और मध्य क्षोभमंडल में एक चक्रवाती परिसंचरण स्थित है, जिसके प्रभाव से मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 40-60 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं और छिटपुट ओलावृष्टि भी हो सकती है।
गुजरात में धीमी पड़ी मानसून की गति
गुजरात में समय से पहले प्रवेश करने के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून की गति धीमी पड़ गई है। प्रतिकूल स्थितियों के चलते पिछले चार दिन से मानसून राज्य के अन्य हिस्सों में नहीं बढ़ पाया है। मौसम विभाग ने बताया कि 11 जून को मानसून दक्षिण गुजरात के नवसारी पहुंचा था। आमतौर पर गुजरात में 15 जून को मानसून प्रवेश करता है और 20 जून तक अहमदाबाद और सौराष्ट्र के इलाकों तक पहुंचता है।
पूर्वोत्तर भारत में बारिश का कहर, 8 ट्रेनें रद्द
उत्तर और पूर्वी भारत में गर्मी का सितम तो दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में बारिश का कहर बना हुआ है। असम से अगरतला और बराक घाटी जाने वाली आठ ट्रेनों को भारी बारिश के कारण दो दिन के लिए रद्द करना पड़ा है। अगले दो दिनों तक भारी बारिश के अलर्ट होने से पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे ने लाम्बडिंग-बदरपुर खंड की ट्रेनों को रद्द कर दिया है।