शाहजहांपुर। यू-डायस पोर्टल पर जिले के विद्यालय शिक्षक और विद्यार्थियों की प्रोफाइल अपलोड करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। पुराने सत्र में अभी तक जिले के पांच माध्यमिक विद्यालयों ने डाटा अपलोड नहीं किया है, 39 का प्रगति पर दिखा रहा है। जबकि 34 का फाइनल नहीं है। इन विद्यालयों पर माध्यमिक शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। नोटिस जारी कर डाटा अपलोड की प्रक्रिया पूरी करने का अंतिम मौका दिया गया है। इसके बाद लापरवाह विद्यालयों पर मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई हो सकती है।
शासन की ओर से फर्जीवाड़ा रोकने व स्कूलों को सीधे जोड़ने के लिए यू डायस पोर्टल विकसित किया गया है। सत्र के आरंभ में ही स्कूलों में उपलब्ध सुविधाएं, शिक्षकों की संख्या, शैक्षिक योग्यता, बच्चों की प्रोफाइल आदि ब्योरा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे। शिक्षा सत्र 2023-24 समाप्त हो चुका है और नवीनसत्र 2024- 25 की शुरुआत हुए डेढ़ माह बीत गया है। इसके बाद भी पोर्टल पर डाटा अपडेट नहीं किया गया है। कई बार चेताने के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने रुचि नहीं दिखाई। इनको डीआइओएस ने फिर चेताया है। गंभीरता से लेते हुए पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं करने वाले विद्यालयों को नोटिस जारी कर पोर्टल पर मांगी गई सभी जानकारी तत्काल अपलोड करने के लिए कहा है।
यू-डायस पोर्टल पर ये देनी होती है जानकारी
यू-डायस पोर्टल पर कक्षा एक से 12वीं तक संचालित सभी विद्यालयों की तरफ से विद्यालय में पुराने के अलावा नए नामांकित छात्र संख्या, शिक्षकों की संख्या व उनकी योग्यता, विद्यालय भवन व उसमें उपलब्ध संसाधन, शौचालय, पेजयल की व्यवस्था, खेल परिसर समेत अन्य सभी संसाधनों के बारे में जानकारी देनी होती है।
डाटा अपलोड न करने वाले विद्यालयों की ब्लॉक वार संख्या
कार्य शुरू न करने वालों में जलालाबाद, कलान और भावलखेड़ा का एक-एक विद्यालय है। जबकि मिर्जापुर के दो विद्यालय शामिल हैं। कार्य प्रगति वालों में ददरौल के दो, जैतीपुर के तीन, जलालाबाद के आठ, कटरा खुदागंज के दो, कलान के तीन, मिर्जापुर के सात, भावलखेड़ा के नौ, शाहजहांपुर के पांच विद्यालय हैं। जिन विद्यालयों ने अंतिम प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उनमें कटरा खुदागंज के तीन, कलान के 13, मिर्जापुर के छह, तिलहर का एक, मदनापुर के पांच विद्यालय शामिल हैं।
यू-डायस पोर्टल पर डाटा अपलोड न करने के मामले में जिले के माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया जाता है। उन्हें पोर्टल पर विद्यालय का ब्योरा अपलोड करने के लिए कहा गया है। पिछले वर्ष का डाटा अपलोड न करने वाले विद्यालयों के खिलाफ मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई होगी। - हरिवंश कुमार, डीआइओएस