जूडो-कराटे, लाठी चलाने में माहिर होंगी बेटियां


अमेठी सिटी। जिले में संचालित 433 उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत छात्राएं अब विपरीत परिस्थिति में अपनी आत्मरक्षा खुद कर सकेंगी।



रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना व सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को 24 दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जूनियर स्कूलों में कार्यरत अनुदेशक छात्राओं को शिक्षा के साथ जूडो व कराटे में दक्ष करेंगे।



 विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं के सामने कई बार विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं। ऐसे में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिलाने का निर्णय लिया गया है।


 बालिकाओं को अपनी रक्षा स्वयं करने तथा स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी किया है। 



बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित स्कूलों में कार्यरत अनुदेशकों की मदद से छात्राओं को जूडो कराटे,
ताइक्वांडो, लाठी चलाने आदि विधाओं में प्रशिक्षित किया जाएगा.

छात्राओं का बढ़ेगा मनोबल
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बालिकाओं का मनोबल बढ़ेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लापरवाही नहीं हो इसके लिए नियमित निगरानी का प्रबंध किया गया है।





प्रशिक्षकों को मिलेगा मानदेय

जिला समन्वयक बालिका श्याम सुंदर श्रीवास्तव ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के लिए चिन्हित 433 स्कूलों में बैनर, प्रमाण पत्र व पुरस्कार मद में 500 रुपये, मानदेय मद में प्रति स्कूल 2500 रुपये की धनराशि का आवंटन शासन से हुआ है। आवंटित धनराशि रुपये विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजी जाएगी। आवंटित धनराशि से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर उपभोग प्रमाण पत्र बिल बाउचर समेत कार्यालय में जमा करना होगा।