बहराइच। निजी स्कूल हर सत्र में विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म बदल देते हैं। दुकानों से संपर्क कर स्कूल में टेलर बुलाते हैं। वहीं बच्चों का नाप लेकर यूनिफॉर्म सिलवाते हैं। मनचाहे दाम पर मिलने वाली यूनिफॉर्म कहीं और नहीं मिलती। पिछले सत्र में ये 2,200 रुपये की थी। मामूली बदलाव करके इस सत्र में 2,800 रुपये की कर दी गई है। इससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
बेसिक व माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जिले में 4,133 सरकारी व निजी विद्यालय संचालित हैं। इनमें 7,68,466 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें से निजी विद्यालय हर सत्र में यूनिफॉर्म बदल रहे हैं। पुलिसलाइन निवासी धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि बेटा पहली
कक्षा में है। इस बार यूनिफॉर्म बदलने से आर्थिक परेशानी हो रही है। वहीं पानी टंकी निवासी कृष्णा सिंह ने बताया कि पिछले साल उन्होंने यह 2300 में खरीदी थी। इस बार दाम बढ़ाकर 2,800 रुपये कर दिए। वहीं महंगी किताबें व फीस से घर का बजट भी बिगड़ जाता है। डीआईओएस ने विद्यालय संचालकों से अपील की है कि यूनिफॉर्म के लिए अभिभावकों पर दबाव न डालें.
महंगी किताबें और फीस भी परेशानी का सबब
जो विद्यालय नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। - नरेंद्र देव पांडेय, जिला विद्यालय निरीक्षक