प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) चुनाव के बाद जून और जुलाई में कई महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षाएं कराने जा रहा है। वहीं, नवगठित उत्तर प्रदेश सेवा चयन आयोग भी जुलाई और अगस्त में दो साल से लंबित पड़ी शिक्षक भर्तियों को शुरू कराने की तैयारी में है।
आयोग ने मार्च और अप्रैल में प्रस्तावित पांच परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं, जिनमें पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 और सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा-2023 भी शामिल हैं। इन दोनों भर्तियों के लिए प्रमुख परीक्षाएं जून और जुलाई में प्रस्तावित है। आयोग के कैलेंडर
में सहायक नगर नियोजक मुख्य परीक्षा 19 जून और पीसीएस मुख्य परीक्षा सात जुलाई को प्रस्तावित थी लेकिन अब इन दोनों मुख्य परीक्षाओं का टलना तय है। आयोग की ओर से पहले ही यह
स्पष्ट किया जा चुका है कि स्थगित की गई पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा जुलाई में संभावित है। सहायक नगर नियोजक प्रारंभिक परीक्षा को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं की गई है लेकिन यह परीक्षा भी जल्द कराई जा सकती है। वहीं, आयोग के कैलेंडर में 28 जुलाई से प्रस्तावित आरओ/एआरओ मुख्य परीखा 2023 का टलना भी तय है, क्योंकि पेपर लीक के कारण इसकी प्रारंभिक परीक्षा निरस्त की जा चुकी है।
आयोग ने 22 मार्च को प्रस्तावित स्टाफ नर्स (यूनानी/आयुर्वेदिक) (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा 2023 को भी स्थगित कर दिया था। यह परीक्षा भी जून या जुलाई में कराई जा सकती है। जून और
जुलाई की बात करें तो यूपीपीएससी के कैलेंडर में परीक्षाओं के लिए 16 जून, 30 जून एवं 21 जुलाई की तिथियां आरक्षित हैं। इन तिथियों में स्थगित परीक्षाएं कराई जा सकती हैं।
वहीं, शिक्षा सेवा चयन आयोग ने भी लंबित शिक्षक भर्ती परीक्षाएं कराने की तैयारी शुरू कर दी है। अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों और अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया को दो साल पूरे होने जा रहे हैं। नया आयोग असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के जुलाई या अगस्त में परीक्षा कराने की तैयारी में है। इस बीच टीजीटी-पीजीटी की परीक्षा तिथि भी घोषित की जा सकती है।