अब हर डायट को मिलेंगे टैबलेट ऑनलाइन शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा, एससीईआरटी ने तेज की तैयारी, डिजिटल कामकाज भी होगा
लखनऊ। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के बाद अब हर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) को भी टैबलेट दिए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। इससे भावी शिक्षकों को भी ऑनलाइन पठन-पाठन की सुविधा दी जाएगी। पहले चरण में हर डायट को पांच- पांच टैबलेट देने की योजना है।
प्रदेश में हर विभाग में डिजिटल कामकाज पर फोकस किया जा रहा है। पिछले दिनों सवा लाख से
अधिक परिषदीय विद्यालयों को दो दो टैबलेट दिए गए। अब इसे आगे बढ़ाते हुए सभी डायट को भी टैबलेट देने का काम तेज हो गया है। इससे हाल ही में डायट में तैयार आईसीटी लैब का काम भी आसान
हो जाएगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक डॉ. पवन कुमार सचान ने कहा कि इससे डायट का कामकाज भी ऑनलाइन होगा। पिछले साल कई ऑनलाइन माड्यूल डायट प्रवक्ताओं के लिए तैयार किए गए हैं। डायट को टैबलेट मिलने से वह आसानी से इसका प्रयोग कर सकेंगे। वह ऑनलाइन किताबें भी पढ़ सकेंगे और डायट में शोध को बढ़ावा देने में भी सहयोग मिलेगा।
परिषदीय विद्यालयों में सिम-इंटरनेट के लिए पैसा जारी
प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों को दिए गए टैबलेट को चलाने के लिए सिम व इंटरनेट का विवाद समाप्त करने के लिए निदेशालय ने कंपोजिट ग्रांट से इसके लिए पैसा खर्च करने की अनुमति दी है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए से कहा है कि 200 रुपये प्रतिमाह की दर से एक टैबलेट के लिए अधिकतम 2400 रुपये और दो के लिए 4800 रुपये खर्च किए जा सकेंगे। इसका समायोजन विद्यालय को मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट से किया जाएगा। सिम स्थानीय स्तर पर मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी की उपलब्धता के तय किया जाएगा।