यूपी में जबरदस्त गर्मी और लू का रेड अलर्ट, पूरब में आज भी हो सकती है बारिश

 

यूपी में मौसम विभाग ने इसी बीच अभी और भयंकर गर्मी और लू की भविष्यवाणी की है। वहीं पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के कुछ जिलों में आज भी बारिश की संभावना है। गुरुवार को प्रदेश का सबसे गर्म स्थान मथुरा वृंदावन रहा, जहां दिन का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आगरा में 41, कानपुर में 40, बहराइच में 39 और अलीगढ़ में 38 डिग्री सेल्सियस पर पारा दर्ज हुआ। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र ने आगामी 26 व 27 मई के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रचण्ड ग्रीष्म लहर के साथ लू का प्रकोप बढ़ने का रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान पूर्वी उ.प्र. में भी एक-दो स्थानों पर लू का प्रकोप रहेगा। अगले 48 घंटों के बाद प्रदेश के विभिन्न अंचलों में दिन के तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोत्तरी के आसार हैं।




नमी ने निभाया नाता तो आज भी होगी बारिश

मौसम ने गुरुवार को यू-टर्न लिया। वाराणसी, गोरखपुर समेत पूर्वी यूपी के कई जिलों में दोपहर से देर शाम तक जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई बूंदाबादी, हल्की बारिश हुई। इससे तपिश गायब होने के साथ वाराणसी के अधिकतम तापमान में सामान्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई। इससे मौसम खुशनुमा हो गया। बादल शुक्रवार को भी रहेंगे। यदि नमी ने नाता निभाया तो बूंदाबादी या हल्की बारिश भी संभावित है। मौसम विभाग ने 26, 27 मई को हीटवेव की चेतावनी दी है।



आकाश में बादलों की आवाजाही 

सुबह से शुरू हो गई थी। दिन भर सूरज से लुकाछिपी चली। दोपहर डेढ़ बजे के आसपास नदेसर, चौकाघाट, खजुरी, पांडेयपुर, ककरमत्ता इलाके में लगभग आधे घंटे बूंदाबादी हुई। यह दौर शाम करीब 5.30 बजे फिर शुरू हो गया। इस बार मैदागिन, कबीरचौरा, लहुराबीर आदि क्षेत्रों में करीब 20 मिनट तक हल्की बारिश हुई। वरुणापार क्षेत्र में रात आठ बजे के बाद तक हल्की बारिश का क्रम चला। सारनाथ क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। गुरुवार को दिन का तापमान सामान्य से 5.5 डिग्री कम 35.5 और रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 3.5 डिग्री की गिरावट हुई है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि पुरवा हवा के असर से नमी 72 फीसदी हुई है। शुक्रवार सुबह नमी बढ़ी तो बूंदाबादी हो सकती है।



मानसून चक्र भी आगे खिसका

जलवायु परिवर्तन के कारण मानसून का चक्र भी खिसक रहा है। मौसम विभाग ने 58 वर्षों के रिकॉर्ड के अध्ययन के आधार पर 23 जून तक मानसून के बनारस पहुंचने की नई तारीख घोषित की है। पहले संभावित तिथि 15 जून थी। मानसून सत्र एक जून से 30 सितंबर तक माना जाता है। यूपी में सबसे पहले मानसून गोरखपुर में दस्तक देता है। इसके बाद बनारस सहित आस-पास होते हुए यूपी के बाकी हिस्से को कवर करता है। मौसम विभाग के अनुसार बनारस में अब तक 15 जून मानसून के आने की तिथि तय थी। अब इसमें बदलाव किया गया है।