चुनाव ड्यूटी से लौट रहे सुशील ऑटो में हुए बेहोश, अस्पताल में तोड़ा दम

 विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय प्रयागराज-प्रथम में टीजी-टू के पद पर कार्यरत सुशील कुमार शर्मा की ड्यूटी बतौर पीठासीन अधिकारी कोरांव विधानसभा के एक मतदान केंद्र पर लगी थी। मतदान के बाद मुंडेरा मंडी में ईवीएम जमा करके ऑटो से वह घर लौट रहे थे। वे ऑटो में ही अचानक बेहोश हो गए। सुशील को बरांव में उतरना था, लेकिन ऑटो चालक उन्हें बरइयवा चौराहे पर बेहोशी की हालात में छोड़कर चला गया। परिजनों ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसी बीच किसी ने सूचना दी कि सुशील चौराहे पर बेहोश पड़े हैं। सूचना पर घर वाले सुशील को नैनी स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुशील की मौत से परिजन रो-रोककर बेहाल हैं। परिवार के लोगों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।

कार्यालयीय कार्य के दबाव से मानसिक तनाव बढ़ जाता है, जो हार्टअटैक का कारण बनता है। साथ ही बीपी, शुगर और कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ने से भी हार्टअटैक हो सकता है।

- डॉ. अभिषेक सचदेवा, हृदय रोग विशेषज्ञ, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज।



परिवार में कोहराम, पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे साथी शिक्षक

सज्जन लाल की मौत की सूचना घर पर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजन और शिक्षक साथी आनन-फानन में शनिवार रात में एसआरएन अस्पताल पहुंचे। रविवार को दोपहर में शव का पोस्टमार्टम किया गया। सज्जन के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे कृष्ण गोपाल और मदन गोपाल, बेटी सरला, मधुलिका और चंद्रप्रभा हैं। बड़ी बेटी चंद्रप्रभा की शादी हो चुकी है। पोस्टमार्टम हाउस पर प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, महेन्द्र मौर्य, राधा कृष्ण यादव, अशोक द्विवेदी, अमित त्रिपाठी, कमलाकर सिंह समेत बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।



शिक्षक मातांबर मुंडेरा मंडी में हुए बेहोश, मोबाइल हुआ चोरी


दूसरी तरफ गर्मी के कारण उच्च प्राथमिक विद्यालय सकरा बहरिया के प्राथमिक शिक्षक मातांबर मुंडेरा मंडी में ईवीएम जमा करते समय बेहोश हो गए थे। बेहोशी की हालात में किसी ने उनका मोबाइल भी गायब कर दिया। साथियों ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। स्वास्थ्य में कुछ सुधार होने पर सोमवार को सुबह घर पहुंचे। शिक्षकों का कहना है कि भीषण गर्मी में चुनाव करना कर्मचारियों के लिए घातक बन गया।


चुनाव ड्यूटी से नाम हटाने के लिए दिया था आवेदन


बिजली विभाग के कुछ अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारी सुशील कुमार की तबीयत ठीक नहीं रहती थी। जिला निर्वाचन अधिकारी के यहां पत्र देकर सुशील का नाम चुनाव ड्यूटी से हटाने का आवेदन दिया गया था। लेकिन इस पर सुनवाई नहीं हुई। नतीजा, मुंडेरा मंडी में ईवीएम जमा कराने के बाद सुशील की हालत खराब हुई और घटना घटित हो गई।