दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को 222 से अधिक स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी का ई-मेल मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने के बाद परेशान अभिभावक बच्चों को लेने स्कूल पहुंचे। इस हड़कंप का असर लखनऊ में भी रहा। पीजीआई स्थित वृन्दावन योजना के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में अचानक पहुंची पुलिस फोर्स ने स्कूल खाली कराकर तलाशी ली।
नई दिल्ली में बम निरोधक दस्ते, श्वान दस्ते और दमकल कर्मियों की टीम ने प्रत्येक स्कूल में सघन तलाशी अभियान चलाया। करीब सात घंटों की जांच के बाद पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस तरह से एक साथ इतने स्कूलों को ई-मेल भेज धमकी देने की मंशा अफरा-तफरी फैलाना था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, स्कूलों में कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली।
स्रोत तलाश रही पुलिस पुलिस अब यह पता करने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार ये ई-मेल कहां से भेजे गए थे? पुलिस की विशेष टीम अब सिर्फ उस आरोपी तक पहुंचने की कोशिशों में जुटी है, जिसने इस ई-मेल के जरिए सनसनी फैला दी।
बंद का ऐलान किया
जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब छह बजकर 12 मिनट पर पहली कॉल पुलिस को मिली थी। स्कूल प्रशासन ने स्कूल खाली करने के लिए बंद का ऐलान करते हुए अभिभावकों को मैसेज भेज दिया। इसके बाद पुलिस ने तलाशी ली और इसे फर्जी करार दिया।
रूसी सर्वर से भेजा मेल, आईएस पर शक
● पुलिस के अनुसार, सभी ई-मेल की सामग्री समान है। इसे awariim @mail.ru से भेजा गया है। पुलिस ने संदेह जताया कि ई-मेल रूसी सर्वर से भेजा गया था।
● मेल की भाषा आईएसआईएस की शब्दावली से मिलती है। पुलिस ने कहा, हो सकता है कि इसके लिए डार्कनेट या प्रॉक्सी सर्वर का प्रयोग हुआ हो। पुलिस की एंटी टेरर यूनिट-स्पेशल सेल जांच में जुटी है।
● बेंगलुरु, चेन्नई और कोलकाता में बड़ी संख्या में स्कूलों को फर्जी धमकियां भेजी जा चुकी हैं। 2023 को बेंगलुरु के 48 स्कूलों को बम होने की सूचना दी गई थी। इसी वर्ष फरवरी में चेन्नई के 13 स्कूलों को और अप्रैल में कोलकाता के स्कूलों को ऐसे ही मेल भेजे गए थे।