पढ़ने वाले बच्चों का शैक्षिक स्तर उठाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग लगातार नए-नए प्रयास कर रहा है। अब परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक और दो में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करने की तैयारी की गई है।
एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय की अलग-अलग किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। जबकि, अभी तक कक्षा एक में सिर्फ एक ही पुस्तक से पढ़ाई होती थी। जिले में 2249 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। जिनमें 2.52 लाख बच्चे पंजीकृत हैं।
प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक में अभी तक कलरव नाम से एक पुस्तक और कार्य पुस्तिका से ही बच्चों को पढ़ाया जाता रहा है। कलरव पुस्तक में ही बच्चे हिंदी, अंग्रेजी, गणित और आंशिक संस्कृत पढ़ते रहे हैं। जबकि कक्षा दो में गणित, अंग्रेजी व हिंदी की अलग-अलग किताबें मिलती थीं।
इस बार कक्षा एक व दो में एनसीईआरटी की किताबों से बच्चों को पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर कक्षा एक में भी कलरव के स्थान पर हिंदी, गणित और अंग्रेजी विषय की अलग-अलग किताबें बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी। नई पुस्तकों के साथ कार्य पुस्तिका भी बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। कार्य पुस्तिका के माध्यम से अभ्यास कर जल्दी और अच्छी तरह से सीख
सकेंगे।
कक्षा एक व दो में एनसीईआरटी की किताबें लगाए जाने की तैयारी है। हालांकि अभी इन कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं हुई हैं। किताबें उपलब्ध होने पर बच्चों को
वितरण कराया जाएगा।
- मनीष कुमार सिंह, बीएसए।