विश्वविद्यालय नौ जून को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन कर रहा है। संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 51 जनपदों में 470 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार छात्र कम होने पर हापुड़ और बागपत समेत 24 जिलों में परीक्षा केंद्र नहीं है। सर्वाधिक 25,860 परीक्षार्थी वाराणसी के 52 केंद्र में परीक्षा देंगे। बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में इस वर्ष 2.21 लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। जनपदों में परीक्षार्थियों की संख्या के हिसाब से केंद्र तय किए गए हैं। वाराणसी के अलावा प्रयागराज में 16,171, गोरखपुर में 14,900, मेरठ में पांच हजार और झांसी में 2100 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जनपदों में परीक्षा केंद्रों का अनुमोदन करा रहा है। अभी लोकसभा चुनाव के कारण कई जनपदों से जिलाधिकारियों का अनुमोदन नहीं मिला है। बुंदेलखंड
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय व कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने सभी 16 विश्वविद्यालयों के कुलपति व कुलसचिव के साथ वर्चुअल बैठक कर नकलविहीन परीक्षा कराने को लेकर चर्चा की वाराणसी में 52, प्रयागराज में 33, गोरखपुर में 30, बलिया में 20, जौनपुर में 19, गाजियाबाद में 18, अंबेडकरनगर में 17, लखनऊ, आगरा व कुशीनगर में 15-15, आजमगढ़, कानपुर नगर, गाजीपुर, देवरिया में 14-14, मेरठ में 11 और गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, चन्दौली में दस-दस परीक्षा केंद्र प्रस्तावित हैं। अयोध्या, सुल्तानपुर, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, गोंडा, हरदोई, रायबरेली, बहराइच, सीतापुर में दस से कम परीक्षा केंद्र प्रस्तावित हैं।