स्कूल की दहलीज से दूर नौनिहालों को चिह्नित किया जाएगा। उनके अभिभावकों से स्कूल न आने के 18 कारण पूछे जाएंगे। इसके साथ ही उनके पूरे परिवार का सर्वेक्षण भी किया जाएगा। यह जिम्मेदारी स्कूल के प्रधानाध्यापक की होगी। 17 जून से सर्वे प्रारंभ होगा। इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
शैक्षिक सत्र 2024-25 में आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चिह्नीकरण व नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शारदा कार्यक्रम के तहत परिवार सर्वेक्षण कराया जाएगा। यह कार्यक्रम दो चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण 17 जून से प्रारंभ होकर 17 जुलाई तक चलेगा। दूसरा चरण पहली अगस्त से प्रारंभ होकर 31 अगस्त तक चलेगा।
इस दौरान स्कूल के प्रधानाध्यापक अपने इलाके में स्कूल न जाने वाले नौनिहालों को चिह्नित करेंगे। वे अभिभावकों से 18 सवाल पूछेंगे। इन सवालों के आधार पर ही वह स्कूल न पहुंचने का कारण जान सकेंगे। इसके बाद इन नौनिहालों का विद्यालयों में दाखिला कराकर उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया किपरिवार सर्वेक्षण जिले में कराया जाएगा।
पूछे जाएंगे ये सवाल
क्या बच्चा घर के कामों में लगा हुआ है। कचरा बीनना, घरेलू नौकर, ईंट भट्ठों व खदानों पर काम करना। गैराज में काम करना। कृषि व्यवसाय। पुश्तैनी दस्तकारी, छोटे होटलों पर काम करना। भाई बहनों की देखभाल करना। विद्यालय दूर होना। कक्षा कक्ष में छात्र संख्या अधिक होना। शिक्षक का व्यवहार अनुचित होना... जैसे सवाल पूछे जाएंगे।
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