फिरोजाबाद। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर संचालित विद्यालयों में सिम कार्ड और इंटरनेट की समस्या का समाधान हो गया है। इसके लिए 14.21 लाख रुपये दिए हैं। प्रत्येक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को सिमकार्ड और इंटरनेट सेवा के अभाव में टेबलेट से ऑनलाइन हाजिरी के साथ ही अन्य विभागीय सेवाएं संचालित नहीं हो पा रहीं थीं। इसको लेकर लंबे समय से शिक्षक विरोध कर रहे थे।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों में टेबलेट दिए गए थे। इसके माध्यम से ऑनलाइन कार्य और शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जानी थी। ऐसे में बिना इंटरनेट और सिम के टेबलेट देने का शिक्षक लंबे समय से विरोध कर रहे थे। कई बार बीएसए को ज्ञापन भी सौंपा गया। अब प्रत्येक विद्यालय में दिए गए टेबलेट के लिए सिम और इंटरनेट डाटा विभाग की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए स्कूलों को मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट से यह सुविधा ली जाएगी। कंपोजिट ग्रांट से एक टेबलेट के लिए प्रतिमाह अधिकतम 1500 रुपये और दो टेबलेट के लिए 3,000 रुपये खर्च की अनुमति प्रदान की जा रही है। इसका समायोजन विद्यालय को प्राप्त होने वाले अनुदान से किया जाएगा।
पांच श्रेणी में दिया जा रहा अनुदान
स्कूल शिक्षा के महानिदेशक कंचन वर्मा की और से बीएसए को पत्र जारी किया गया है। समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना और बजट 2024-25 को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने परिषदीय विद्यालयों को नामांकन के आधार पर पांच श्रेणी में बांटा है। साथ ही इनके लिए कंपोजिट स्कूल अनुदान की स्वीकृति प्रदान की है। अनुदान के लिए स्वीकृत धनराशि जल्द ही जिला स्तर पर भेजी जाएगी।
विद्यालयों को आवंटित
टेबलेट के संचालन को लेकर प्रथम किस्त में टेबलेट के लिए 800 रुपये के हिसाब से 14.21 लाख रुपये मिल चुके हैं। जिसे शिक्षकों के खातों में भेजा रहा है। इससे विद्यालयों में क्षेत्रीय नेटवर्क को देखते हुए सिमकार्ड की खरीदारी कर टेबलेट के संचालन का निर्देश दिया गया है। जल्द ही जिले में ऑनलाइन हाजिरी शुरू कर दी जाएगी। आशीष पांडेय, बीएसए