मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 12 मई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद, बदायूं, बरेली, सहारनपुर, पीलीभीत जिलों में तेज हवा के साथ हल्की वर्षा हो सकती है। मंगलवार की दोपहर बादलों और सूरज के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा। उन्होंने किसानों को खड़ी फसलों की सिंचाई न करने और रसायन का छिड़काव न करने की सलाह दी है। वर्षा होने से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकेगी।
मंगलवार को सूरज और बादलों के बीच दोपहर में लुकाछिपी का खेल चलता रहा। हालांकि, गर्मी से लोग व्याकुल रहे। लोगों ने कोल्ड ड्रिंक के अलावा बेल का शरबत, गन्ने का जूस और लस्सी आदि का सेवन किया। शाम को बादल घिरने से लगा कि बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक 12 मई तक
गरज-चमक के साथ बारिश के आसार जता रहे हैं। बारिश की बात सुनकर किसानों के चेहरे खिल गए हैं। क्योंकि गन्ने और मेथा के लिए वर्षा लाभ पहुंचाने वाली है।
जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल का कहना है कि हल्की वर्षा से फसलों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि जिले में 1.52 लाख हेक्टेयर गेहूं का रकबा है। किसानों ने गेहूं की फसल काट ली है। वर्षा से गन्ना और मेंथा की फसल को लाभ मिलेगा। 12 मई तक 6 पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी। जिलों में तेज हवा और गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा का अनुमान है। किसान किसी भी खड़ी फसल में सिंचाई या रसायन का छिड़काव न करें। डा. उदय प्रताप शाही, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विवि, मेरठ