महानिदेशक ने रिमाइंडर जारी करते हुए सख्त चेतावनी दी हैं कि विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों को शिक्षण कार्य के अलावा किसी भी अन्य कार्य में न लगाया जाये। महानिदेशक ने बेसिक शिक्षा निदेशक, एस्सीईआरटी, समग्र शिक्षा, एमडीएम, सक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राव्य भाषाएं और राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान, प्रयागराज को ये अदेश जारी किए।
महानिदेशक ने कहा कि जानकारी मिली है कि निदेशालय व उसकी ईकाईयो में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में अथवा मॉड्यूल तैयार करने, पाठ्यक्रम से सम्बन्धित कार्यों, प्रश्नपत्र तैयार करने तथा अन्य कार्यों में लगाया जाता है इससे जिस विद्यालय में शिक्षक तैनात है, वहां बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है।
ऐसे में किसी भी दशा में शिक्षकों को संबंद्ध न किया जाये। साथ ही कार्यों की आवश्यकता के आधार पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कार्यरत प्रवक्ता सहायक अध्यापकों तथा निदेशालय में कार्यरत प्रवक्त्ता व अनुदेशक के रूप में कार्यरत अकादमिक कार्मिकों से ही कार्य लिया जाए। महानिदेशक ने स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि शिक्षकों के फील्ड के अनुभव व इनपुट की आवश्यकता हो तो उसके लिए संबंधित प्राथमिक उच्च प्राथमिक शिक्षकों से ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सम्पर्क कर आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जा सकता है।