लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता से जुड़े सर्टिफिकेट नहीं बने हैं। इससे उनको इससे जुड़ी चीजों का लाभ लेने में दिक्कत आ रही है। इसे देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर, कैंप आयोजित कर सर्टिफिकेट बनवाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में काफी संख्या में दिव्यांग बच्चे भी पढ़ाई करते हैं।
समर्थ ऐप के डेटा के अनुसार इनकी संख्या लगभग तीन लाख है। किंतु इसमें से लगभग 25-30 फीसदी बच्चों का ही दिव्यांगता का प्रमाण पत्र बना हुआ है। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि एक अभियान चलाकर नए सत्र में ऐसे बच्चों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाए जाएं। ताकि ज्यादा से ज्यादा विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकें।
समर्थ ऐप के डेटा के अनुसार इनकी संख्या लगभग तीन लाख है। किंतु इसमें से लगभग 25-30 फीसदी बच्चों का ही दिव्यांगता का प्रमाण पत्र बना हुआ है। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि एक अभियान चलाकर नए सत्र में ऐसे बच्चों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाए जाएं। ताकि ज्यादा से ज्यादा विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकें।