आरटीई से जुड़ी ऑनलाइन शिकायत का मुख्यमंत्री जन सुनवायी पोर्टल पर विकल्प नहीं है। निजी स्कूलों द्वारा बच्चों के दाखिले में की जा रही मनमानी की अभिभावक शिकायत नहीं दर्ज कर पा रहे हैं। जबकि पोर्टल पर बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़ी शिकायतों के 18 विकल्प दिये हैं। अभिभावकों की ओर से स्कूल महानिदेशक को शिकायती पत्र भेजकर आरटीई से जुड़ी शिकायत दर्ज करने का विकल्प दिये जाने की मांग की है।
निजी स्कूलों में आरटीई के तहत तीसरे चरण के दाखिले के लिए सोमवार से ऑनलाइन आवेदन की कार्रवाई शुरू हो गई है।शिकायतकर्ता राकेशमिश्रा व रविशुक्ला का कहना है कि बीते साल दो विकल्प दिये थे। जिसमें अन्य व नगरीय शामिल था। जिसमें अभिभावक शिकायत कराते थे। इस बार विकल्प न होने से शिकायत नहीं करा पा रहे हैं। जिसकी वजह से वह अपनी बात रख पाने में असर्मथ हैं। ऐसे में समस्याएं कैसे दूर होंगी।