अमेठी सिटी। मध्यान्ह भोजन योजना से आच्छादित स्कूलों में उधारी पर भोजन बनवा वितरित करने वाले शिक्षकों की उधारी समाप्त हो गई। शासन से कन्वर्जन काॅस्ट मद में धनराशि मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों के खाते में अंतरित कर दिया। धनराशि मिलने के बाद न सिर्फ शिक्षकों की जनवरी से मार्च तक की उधारी समाप्त हुई बल्कि अप्रैल माह में एमडीएम बनवाने में धन की कमी भी नहीं होगी।
जिले के 1,846 विद्यालय (परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों के अलावा राजकीय स्कूल, सहायता प्राप्त स्कूल और मदरसा) मध्यान्ह भोजन योजना से आच्छादित हैं। भोजन के लिए गेहूं व चावल की आपूर्ति कोटे की दुकान से निशुल्क होती है। भोजन निर्माण में प्रयुक्त होने वाले सब्जी, सप्ताह में एक दिन दूध, तेल, मसाला, रसोईगैस, नमक सहित अन्य सामग्री के लिए प्राथमिक स्तर पर 5.47 रुपये प्रतिदिन प्रति छात्र तो जूनियर स्तर पर 8.17 रुपये प्रतिदिन प्रति छात्र की दर से राशि स्कूल के खाते में अंतरित होती है।
जनवरी माह से कन्वर्जन मद में राशि नहीं मिलने से एमडीएम योजना उधारी के भरोसे संचालित हो रही थी शिक्षक अपने स्तर पर व्यवस्था कर बच्चों को हफ्ते में एक दिन दूध भी पिला रहे हैं। धनराशि मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों के खाते में धनराशि अंतरित कर दी। धनराशि मिलने के बाद शिक्षकों की उधारी दूर हुई तो अप्रैल माह में एमडीएम बनवाने में धन की कमी नहीं होगी।
भेजी गई धनराशि : बीएसए
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि अप्रैल 2024 तक के लिए आवंटित परिवर्तन लागत की राशि स्कूलों के खाते में अंतरित जा चुकी है। मैन्यू के अनुसार मध्यान्ह भोजन तैयार कर वितरित करने का निर्देश दिया गया है। एमडीएम क्रियान्वयन में लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।