प्रयागराज, सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्ति से लेकर भुगतान तक में फर्जीवाड़े के आरोप लग रहे हैं। शिव जियावन इंटर कॉलेज लेड़ियारी कोरांव में मृत शिक्षक की पत्नी को फर्जी हलफनामे के आधार पर लाखों रुपये के भुगतान मामले में हुई एफआईआर से मामले की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। दिवंगत शिक्षक सुरेश कुमार के पिता रघुनंदन ने डीआईओएस पीएन सिंह, स्टेनो रवि पटेल, क्लर्क आलोक गुप्ता आदि पर एफआईआर कराई है।
डीएवी इंटर कॉलेज मीरापुर में दो बाबुओं की नियुक्ति भी फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर की गई थी। कॉलेज के पूर्व प्रबंधक और पूर्व महापौर चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह, प्रबंध समिति के पूर्व उपाध्यक्ष हीरालाल यादव और कोषाध्यक्ष रवि प्रकाश ने हलफनामा देकर फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किए जाने की बात कही है। इससे पहले जिले के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 500 से अधिक शिक्षकों और कर्मचारियों की एनपीएस की धनराशि बिना उनकी अनुमति के निजी कंपनियों में निवेशित करने के मामले में डीआईओएस कार्यालय के वरिष्ठ सहायक आलोक गुप्ता को निलंबित किया जा चुका है।
प्रबंधक और प्रधानाचार्य द्वारा मृतक आश्रित की पत्नी सुषमा की पत्रावली नियुक्ति के लिए भेजी गई थी जिसको नियम अनुसार नियुक्ति दी गई है। बहू सुषमा व ससुर रघुनंदन के बीच पैसे के लेन-देन का विवाद है। फिर भी प्रकरण की जांच को दो सदस्यीय समिति गठित की गई है।
पीएन सिंह, डीआईओएस