उच्च न्यायालय का आदेश न मानने - पर दायर की अवमानना याचिका, बीते वर्ष दो जून को बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी किया था आदेश


हमीरपुर।अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण को लेकर  उच्च न्यायालय का आदेश न मानने पर आवेदन करने वाले शिक्षकों ने - अवमानना याचिका दायर की है।


बीते वर्ष दो जून को बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के अंतर्जनपदीय सामान्य व पारस्परिक स्थानांतरण के - लिए शासनादेश जारी किया था। जिसमें सामान्य स्थानांतरण प्रक्रिया - पूर्ण करने के बाद पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी।

जिसमें उच्च न्यायालय ने सत्र के अंत में उनके स्थानांतरण के आदेश दिए थे। इसके बाद भी विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।  मुख्यालय के रमेड़ी मोहल्ला निवासी याचिकाकर्ता शिक्षक अनुराग तिवारी ने बताया कि दो जून - 2023 को बेसिक शिक्षा विभाग ने 
अंतरजनपदीय सामान्य व पारस्परिक स्थानांतरण के आदेश जारी किए थे।

जिसमें दोनों प्रक्रियाएं समानांतर चलने का भी उल्लेख किया गया। लेकिन सामान्य स्थानांतरण की प्रक्रिया को लगभग एक माह में पूर्ण कर लिया गया और पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया अभी भी पूर्ण नहीं हो सकी।

बताया कि अंतरजनपदीय के पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया के लिए आवेदकों द्वारा ऑनलाइन गई रजिस्ट्रेशन व पेयर बनाने की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। न्याय लेकिन सचिव बेसिक शिक्षा परिषद है, ने नौ जनवरी 2024 के आदेश में इस प्रक्रिया के तहत स्थानांतरण की कार्रवाई को अग्रिम आदेशों तक
स्थगित कर दिया।

जिस पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में निर्भय सिंह व अन्य के नाम से याचिका दाखिल की। इसमें उच्च न्यायालय ने 12 फरवरी 2024 को सत्र के अंत में स्थानांतरण करने का आदेश दिया। आदेश के क्रम में कई बार विभागीय अधिकारियों से मुलाकात कर स्थानांतरण का अनुरोध किया। लेकिन अभी तक शासन द्वारा कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं किया गया। जिस पर आदेश का निर्धारित समय में पालन न हो पाने कारण उच्चन्यायालय में अवमानना याचिका दाखिल कर दी है। इसकी सुनवाई अगले सप्ताह संभावित है। बताया कि शिक्षक अब पाने को न्यायालय की शरण में जिससे उनकी स्थानांतरण नीति सुरक्षित रहे व उनके अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण शीघ्र हो सके.