राजधानी में 150 शिक्षकों को किया गया था संबद्ध, संबद्ध शिक्षकों के मामले में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने लिया संज्ञान, शिक्षकों की होगी वापसी

लखनऊ, 
राजधानी में मूल स्कूल को छोड़कर दूसरे स्कूल में किए गये 150 शिक्षकों के संबद्धीकरण के मामले का बेसिक शिक्षा परिषद सचिव ने भी संज्ञान लिया है। 2011 में एक स्कूल से दूसरे स्कूल में भेजे गये शिक्षकों की वापसी भी नहीं हो सकी है और बड़ी चालकी से तत्कालीन बाबूओं और खंड शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत से शिक्षकों का ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर संबद्ध वाले विद्यालय का भरवा दिया गया। 




ताकि हमेशा के लिए खेल खत्म हो जाये और शिक्षकों को वापस मूल स्कूल न जाना पड़े। देखने में ये लगे कि शिक्षकों की तैनाती की गई है। पहले इस तरह के शिक्षकों की संख्या दो दर्जन बताई जा रही थी बाद में ये संख्या 150 से अधिक निकली है। अब जहां बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर संबद्धीकरण की आख्या मांगी है वहीं दूसरी ओर सचिव परिषद सुरेन्द्र तिवारी ने भी संज्ञान लिया है।

एक समाचार पत्र में बीते दिनों भी खबर का प्रकाशन हुआ तो अधिकारी भी हैरान रह गये।

मानवीय आधार पर दूरी कम करने के लिए किया संबद्ध शिक्षकों का जिस आधार पर संबद्धीकरण किया गया। उसमे जारी आदेश पर गौर करें तो सभी पर मानवीय आधार बताया गया है। ये खेल इसलिए किया गया कि शिक्षकों को अधिक दूरी वाले स्कूल न जाना पड़े। कहा ये भी जा रहा है कि इतने बड़े स्तर पर मामला होने के बाद भी अनदेखा किया गया तो जरूर तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत के बिना ये संभव नहीं है।


किसी भी शिक्षक को संबद्ध करने पर रोक है। मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कराई जायेगी। जो शिक्षक अटैच हैं उनको मूल स्कूल भेजा जायेगा। यदि मानव संपदा पोर्टल पर गलत डाटा फीड कराया गया है तो उसमें संशोधन कराया जायेगा, फिर शिक्षकों की वापसी होगी।
- सुरेन्द्र तिवारी, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद